हरियाणा के 8 परिवारों ने प्रशासन से घर जाने मांगी मदद

बालाघाट. प्रतिवर्ष बालाघाट जिले में विभिन्न प्रकार के सामानों को लेकर बाहर से लोग आते है और कुछ समय तक यहां रहकर, अपना कारोबार कर चले जाते है. ऐसे ही कुछ सामानों को लेकर बालाघाट मंे व्यापार करने की मंशा से सामानों को लेकर हरियाणा के चंडीगढ़ अंतर्गत पंचकुला अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से 8 परिवार के महिला, पुरूष और बच्चों सहित 36 लोग, बालाघाट आये थे. जो गर्रा क्षेत्र में एक खाली जगह पर अस्थायी कच्ची झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. इसी बीच वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए किये गये लॉक डाउन में हरियाणा से आया परिवार, बालाघाट में फंस गया. अब वह लगातार जिला प्रशासन से अपने गांव पहुंचाने की गुहार लगा रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.  

परिवार के युवा सदस्य रोशनलाल ने बताया कि तीन महिने पहले हरियाणा के पंचकुला जिले अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से सामानों को बेचने की मंशा से परिवार के साथ बालाघाट पहुंचे. इस बीच लॉक डाउन के दौरान उनका सामानों की बिक्री नहीं हो सकी. जिससे उनके पास जो कुछ शेष था, वह कुछ दिनों तक चलता रहा. अब उनके पास राशन की सारी व्यवस्था खत्म हो गई है. ऐसे में सभी परिवार, अब बेबस हो गये है. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्होंने अपने लोगों को हरियाणा मंे दी थी. जहां के अधिकारी ने यहां बालाघाट के प्रशासनिक अधिकारी से बात की. जिसके बाद बालाघाट से लगातार प्रशासनिक अधिकारी उन्हें आश्वासन दे रहे है लेकिन उनके घर तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. जिससे वह काफी परेशान है. उन्होंने बताया कि कुल 8 परिवार के छोटे, बड़े सदस्य मिलाकर 36 लोग है. हमारी मांग है कि प्रशासन, हमें किसी तरह हमें अपने घर तक पहुंचा दे.  

गौरतलब हो कि लॉक डाउन के बाद यहां फंसे हरियाणा के इन परिवारो को दिनदयाल रसोई योजना के तहत दोनो समय खाने पहुंचाने का काम किया जा रहा है किन्तु अब यह परिवार, यहां से अपने गांव जाना चाहता है. हरियाणा के इस परिवार को अब केवल इसका इंतजार है कि आखिर जिला प्रशासन उन्हें कब तक उन्हें घर पहुंचाने मंे मदद करता है.  

Web Title : 8 FAMILIES IN HARYANA SEEK HELP FROM ADMINISTRATION TO GO HOME