मंडी में रोजाना बड़ी संख्या में पहुंच रहे सब्जी विक्रेता, सोशल डिस्टेसिंग का नहीं हो पालन

बालाघाट. कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और सावधानी को किये गये लॉक डाउन के दौरान अति आवश्यक चीजों की दुकानो को छोड़कर सभी दुकानें बंद है. इस दौरान आम लोगों को आवश्यक वस्तुओं की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन ने दवा और सब्जी दुकानों को छूट दी है लेकिन उन्हें इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए निर्देशित भी किया है.  

जहां दवा दुकानो मंे सोशल डिस्टेसिंग तो देखने को मिल रही है किन्तु मंडी मंे सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है. मंडी में रोजाना ही सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंच रहे है, जहां सोशल डिस्टेसिंग देखने को नहीं मिल रही है. चूंकि प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बैठक कर सब्जी विक्रय को प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिसके कारण बैठकी बाजार में सब्जी विक्रय करने वाले भी हाथठेला लेकर सब्जी बेचने में लग गये है, यही नहीं बल्कि सब्जी विक्रय करने के अलावा अन्य गरीब तबके के लोग भी हाथठेला लेकर सब्जी विक्रय में उतर गये है. जिसके चलते सब्जी विक्रय करने वालों की संख्या में ईजाफा हो गया है, यह लोग जब रोज मंडी पहुंचते है तो यहां भीड़ जैसी स्थिति हो जाती है, हालांकि यह तैनात पुलिस अमला लोगों से एकत्रित न होकर सोशल डिस्टेसिंग का पालन करवाने का अनुरोध कर रहा है लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है. यह अच्छी बात है कि बालाधाट में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं मिला है, लेकिन इसको लेकर सतर्कता और जागरूकता जरूरी है.

सब्जी के थोक व्यापारी भी मानते है कि सोशल डिस्टेसिंग होना चाहिये, लेकिन यहां संभव नहीं हो पा रहा है. जिसके लिए मंडी मंे सब्जी विक्रय करने मिली छूट के समय भी एक प्रमुख कारण है चूंकि मंडी सुबह 5. 30 बजे से 9 बजे तक खोलकर चिल्लर सब्जी विक्रेताओ को विक्रय करना है जिसके चलते समय कम होने से एक साथ भीड़ मंडी में पहंुच रही है, जिसके कारण यहां सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है.  

अब तक मंडी को नहीं किया गया सेनेटाईज

सब्जी विक्रेताओं की मानें तो आम दिनो में लगभग 25 से 30 हाथठेला वाले ही सब्जी विक्रय करते थे लेकिन लॉक डाउन के बाद काम बंद होने से रोजी-रोटी के लिए गरीब लोग भी हाथठेला लेकर सब्जी बेचने में निकल गये है. जिससे इनकी संख्या बढ़कर 150 तक पहंुच गई है, जो सभी एक साथ मंडी पहुंच रहे है. जिससे मंडी में सुबह से ही भीड़ दिखाई देने लगती है. रोजाना यहां सैकड़ो लोग शहर और गांव से मंडी में सब्जी लेने पहुंच रहे है. बावजूद एक बार भी लॉक डाउन के बाद मंडी को सेनेटाईज नहीं किया गया है. दूसरी ओर मंडी के आसपास सब्जियों की गंदगी भी देखी जा सकती है, जिसे नहीं हटाये जाने के कारण यहां निवासरत लोग परेशान है.


Web Title : A LARGE NUMBER OF VEGETABLE VENDORS, SOCIAL DISSTEWARDES, NOT BEING FOLLOWED DAILY IN MANDI