कोविड हॉस्पिटल बुढ़ी में अव्यवस्था का आलम,भर्ती मरीजों ने अव्यवस्था और परेशानी का जारी किया विडियो, खाने-सफाई और स्वास्थ्य जांच की लेकर की शिकायत

बालाघाट. जिले में कोरोना बीमारी को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य अमला कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में कोरोना संदिग्ध और कोरोना पॉजिटिव मरीज, खुलकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सुविधाओं पर सवाल खड़े करने लगे है. जिले में संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटर में रखे जा रहे कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा व्यवस्थाओं को लेकर उठाये जा रहे सवालों के बाद प्रशासन ने संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटर को नाम मात्र रखकर पूरी व्यवस्था को ही पेंड क्वारेंटाईन व्यवस्था में तब्दील कर दिया.  

अब कोरोना हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं को लेकर भर्ती मरीजों ने सवाल खड़े किये है. कोविड हॉस्पिटल बुढ़ी में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने गुरूवार 6 अगस्त को तीन विडियो जारी किये है. जिसमें भर्ती मरीजों ने हॉस्पिटल मंे दिये जा रहे खाने, हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था और स्वास्थ्य जांच को लेकर अपनी शिकायतें बताई है.  

कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों ने जारी विडियो में बताया कि यहां सुबह नाश्ता में जो पोहे का नाश्ता दिया जाता है, जो पूरा ठंडा रहता है, यही नहीं खाने में चांवल, सब्जी, दाल और रोटी की गुणवत्ता की भी शिकायत की है. भर्ती मरीजों ने बताया कि भोजन में खंडे का चांवल, पतली दाल, बेस्वाद सब्जी और मोटी रोटी उन्हें प्रदाय की जा रही है. उनका कहना है कि भोजन और नाश्ता समय पर नहीं दिया जा रहा है, जहां नाश्ता सुबह 9 से 10 बजे दिया जाता है तो भोजन के लिए भी उन्हें इंतजार करना होता है. सफाई के नाम पर हॉस्पिटल में अव्यवस्था का आलम है, भोजन और दवाईयों का कचरा डस्टबीन में पड़ा रहता है लेकिन उसे उठाने वाला कोई नहीं है. कॉमन टायलेट के कारण सफाई नाममात्र की है.  

सबसे बड़ी समस्या भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य जांच को लेकर है, भर्ती मरीजों की मानें तो स्वास्थ्य जांच के नाम पर उन्हंे केवल कुछ दवा दे दी गई है बस, इसके अलावा उनका कोई चेकअप नहीं किया जा रहा है. मरीजों का कहना है कि प्रोटोकाल के तहत हॉस्पिटल में मरीजों को दस दिनों तक रहने के बाद जब उसे डिस्चार्ज किया जाता है तो डिस्चार्ज पर्ची में भी उनकी कोरोना निगेटिव होने को लेकर कोई मेंशन नहीं किया जाता है. जिससे उन्हें बाहर जाने पर स्वयं को निगेटिव मरीज बताने में लोगों के सवालों का सामना करना पड़ेगा. भर्ती मरीजों की यह भी शिकायत है कि हॉस्पिटल में नये भर्ती मरीजों को भी हॉस्पिटल में पूर्व से भर्ती मरीजों के साथ ही रखा जा रहा है, जिससे नये आने वाले मरीज से उन्हें पुनः संक्रमण का डर सता रहा है.  

कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों द्वारा मीडिया को जारी किये गये विडियो के बाद प्रशासन में हड़कंप का माहौल है, मीडिया तक भर्ती मरीजों द्वारा कोविड हॉस्पिटल की अव्यव्यवस्था को लेकर जारी किये गये विडियो के बाद प्रशासनिक अमला व्यवस्थाओं में सुधार की बात कह रहा है. जबकि इस मामले में सीएचएमओ से जवाब लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने स्वयं को बैहर में होना बताकर सवालों को सुनने के बाद फोन काट दिया. जिसके बाद उनका मोबाईल कवरेज एरिया के बाहर बताने लगा.  


इनका कहना है

कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को दिये जाने वाले खाने का नायब तहसीलदार द्वारा निरीक्षण किया जाता है, जो स्वयं टेस्ट किया जाता है. यदि मरीजों को खाने को लेकर समस्या है तो उसे दिखवा दिया जायेगा. सफाई को लेकर निर्देशित किया जायेगा. प्रोटोकॉल के तहत कॉमन टायलेट कोई समस्या नहीं है. हॉस्पिटल में भर्ती नये मरीजों को यथासंभव अलग-अलग बैच और अलग-अलग कमरे में रखा जा रहा है. जहां तक सिमटोमेटिक्स मरीज नहीं तो पुनः जांच का प्रोटोकॉल के तहत कोई प्रावधान नहीं है. यदि मरीज को पांच दिनों तक कोई समस्या नहीं है तो उसे 10 दिनों तक रखने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाता है. आखिरी तीन दिन तक मरीज को बुखार नहीं होना चाहिये.  

अलग-अलग बैच मंे रखा जा हरा है, अलग-अलग कमरे में रखा जा रहा है, नहीं कुछ नहीं किया जा सकता.  

राघवेन्द्रसिंह, एडीएम


Web Title : A WORLD OF CHAOS IN THE KOVID HOSPITAL, THE ADMITTED PATIENTS HAVE RELEASED A VIDEO OF CHAOS AND DISCOMFORT, COMPLAINING ABOUT FOOD AND SANITATION AND HEALTH CHECK UP.