अभा. गढ़वाल समाज के परिचय सम्मेलन में हजारों की संख्या में जुटे स्वजातीय

बालाघाट. युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा द्वारा आयोजित एवं अखिल भारतीय गढ़वाल महासभा द्वारा युवक-युवती परिचय सम्मेलन 8 दिसंबर को नगर के नूतन कला निकेतन में आयोजित कराया गया. जिसमें परिचय सम्मेलन के साथ 16 अन्य कार्यक्रम आयोजित करवाए गए. कार्यक्रम में गढ़वाल समाज स्वजातीय बंधुओं अभूतपूर्व सामाजिक एकता का परिचय देते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई साथ ही कार्यक्रम के अंत तक कार्यक्रम स्थल पर बने रहे.   इस प्रकार से कार्यक्रम में रूढ़िवादिता से ऊपर उठकर युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा के द्वारा गढ़वाल समाज के इतिहास में पहली बार सगाई का कार्यक्रम समाज के बीच आयोजित कराया गया. कार्यक्रम के दौरान भिलाई से सुश्री कल्पना पांडे सुपुत्री वेद प्रकाश पांडे तथा चिरंजीव नरेंद्र नागेश्वर सुपुत्र पुनाराम नागेश्वर निवासी सुस्वा की सगाई का कार्यक्रम संपन्न हुआ. युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत में रंगोली तथा पुष्प सज्जा प्रतियोगिता सवेरे तारिणी गढ़वाल मंडल मंडल के संयोजन से करवाई गई. युवा प्रकोष्ठ के द्वारा गढ़वाल मंगलम नाम से सामाजिक पत्रिका का विमोचन किया गया जिसे गढ़वाल समाज की वैवाहिक ही पत्रिका के नाम से भी जाना और कहां जा रहा है इसमें विवाह योग्य गढ़वाल समाज के युवक और युवतियों की विवाह संबंधी जानकारियो को भी सम्मिलित करा गया है. कार्यक्रम में दूरदराज से आए हुए गढ़वाल बंधुओं ने पूरे कार्यक्रम का लुत्फ उठाया जिसमें गढ़वाल समाज के इतिहास में बालाघाट में पहली बार इतनी अधिक भीड़ देखी गई जिसमें नूतन कला निकेतन से देवी तालाब तक गाड़ी पार्किंग करने के लिये कोई स्थान भी शेष नहीं रह गया था.  

दो सैकड़ा से भी अधिक युवक-युवतियों ने विवाह के लिये कराया पंजीयन

कार्यक्रम के दौरान कुल 201 युवक-युवतियों ने अपना पंजीयन विवाह योग्य परिचय सम्मेलन के लिए दर्ज करवाया वही समाज के इतिहास में पहली बार ध्यान दें युवक तथा युवतियों ने मंच से अपना परिचय प्रदान किया. इतनी अधिक मात्रा में परिचय देने के कारण गढ़वाल समाज के इतिहास में इस कार्यक्रम को सबसे सफलतम कार्यक्रम की दृष्टि से देखा जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा तथा बालाघाट मंडल के द्वारा गढ़वाल समाज के वरिष्ठ तथा वृद्ध जनों का समरसता सम्मान समारोह आयोजित करवाया गया जिसमें लगभग 80 अलग. अलग मंडलों से आए हुए सम्मानीय बुजुर्गों एवं समाजसेवियों का शॉल तथा श्रीफल से सम्मान किया गया. सम्मान समारोह की श्रृंखला में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं तथा अन्य सामाजिक बंधुओं को उनकी उपलब्धियों तथा कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए स्मृति चिन्ह एवं अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया.  

विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन

गढ़वाल समाज में समाज की ओर से सामाजिक बंधुओं ने कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें लेविना काशीपुरी ने सेमी क्लासिकल डांस आनंद सोनेवाल ने तैयार में गढ़वाल ना धर्म शिवम सीने देशभक्ति गीत तथा अन्य सामाजिक बंधुओं ने अलग-अलग कार्यक्रमों की प्रस्तुति की.  

नायब तहसीलदार शीतल चंद्रवंशी को मिला पहला युवा गढ़वाल रत्न

युवा प्रकोष्ठ के द्वारा पूर्व में गढ़वाल समाज के लिए स्थापित युवाओं के लिए सर्वोच्च समान युवा गढ़वाल रत्न का वितरण किया गया जिसे युवा प्रकोष्ठ की ओर से वर्ष 2019 में पहला युवा गढ़वाल रत्न कु. शीतल चंद्रवंशी मड़कापार मंडल को प्रदान किया गया. कु. शीतल चंद्रवंशी पूर्व में एसआई के पद पर रह चुकी है एवं वर्तमान में नायब तहसीलदार के पद पर रहते हुए विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है. सम्मान समारोह की श्रंखला में युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा की ओर से गढ़वाल समाज का पहला बाल रत्न पुरस्कार लेरिना काशीपुरी भिलाई को कला के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान तथा उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया. गढ़वाल महासभा के द्वारा स्थापित समाज रत्न पुरस्कार गढ़वाल समाज के अति वरिष्ठ माननीय नीलम चंकी पांडे जी को प्रदान किया गया जिसमें गढ़वाल समाज की ओर से उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया एक रजत पदक आम के पत्ते में डालकर गढ़वाल समाज के रत्न के रूप में उन्हें भेंट किया गया श्रीमद्भगवद्गीता नीलम चंकी पांडे जी को भेंट करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हुए युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा ने उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया.  

सजीव झांकियों ने सभी का मन मोहा

युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा के द्वारा कार्यक्रम में गढ़वाल समाज के सामाजिक बंधुओं के लिए विभिन्न सामाजिक झांकियों को सम्मिलित करवाया गया था जिसमें गढ़वाल समाज के इतिहास से संबंधित मगठा की सजीव झांकी कार्यक्रम के बीच प्रस्तुत की गई वहीं गढ़वाल समाज के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का भारतीय स्वतंत्रता में योगदान को झांकियों के माध्यम से याद किया गया झांकियों की इसी श्रंखला में गढ़वाल समाज की महासभा पूर्व में अमराही में संपन्न होती थीए उक्त अमराही की झांकियों के माध्यम से गढ़वाल सामाजिक बंधुओं को समझा कर प्रदर्शनी लगाई गई. कार्यक्रम में भोजन की व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी अखिल भारतीय गढ़वाल समाज के बालाघाट मंडल ने पूरी तत्परता से उठाई हुई थी तथा ऐसा अनुमान है कि लगभग 4000 से भी अधिक लोगों ने कार्यक्रम में भोजन ग्रहण किया.  

तै और मै गढ़ेवाल ना गीत ने बांधा समा

युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में गढ़वा संस्कृति से जुड़ी गढ़वाली गीत का पहला एल्बम श्शुभ मंगल सावधान्य रिलीज किया गया इसी कार्यक्रम के दौरान एक और एल्बम श्तै और  मैं गढ़वाल ना्य भी रिलीज किया गया. 1 अक्टूबर 2019 से 30 अक्टूबर तक युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा द्वारा सेल्फी विद स्टडी की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जिसमें कैप्शन के आधार पर प्रविष्टियों में से 10 उत्कृष्ट प्रविष्टियों को चिन्हाकिंत कर के पुरस्कार के रूप में प्रमाण पत्र एवं श्रीमद्भगवद्गीता वितरित किया गया. युवक युवती परिचय सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान गढ़वाल के द्वारा गढ़वाली भाषा के प्रचार प्रसार समिति के लिए 17 सदस्य समिति का गठन किया गया जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग के सामाजिक बंधुओं ने हिस्सा लिया गढ़वाली भाषा प्रचार प्रसार समिति के अध्यक्ष के रूप में युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा द्वारा यशोदा पांडव जी को नामांकित किया गया जो कि अगले एक माह में समिति को ठीक तरह से गठन करके चिन्हित करेंगे और क्रियान्वित करेंगे. युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा के द्वारा अपनी कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए बालाघाट मंडल में इकाई का अध्यक्ष शैलेंद्र वराडे को नामांकित किया गया तथा युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कुलदीप परिमल ने उन्हें मार्गदर्शन प्रदान किया कि आगामी एक माह में वह अपनी कार्यकारिणी गठन करके युवा प्रकोष्ठ की केंद्रीय कमेटी को सूचित करें. उक्त कार्यक्रम के दौरान समाज के पहले मोबाइल ऐप वायपीजीएम का निर्माण किया गया तथा उस का विमोचन करवाया गया गढ़वाल समाज के पहले मोबाइल एप वायपीजीएम को उपस्थित गणमान्य अतिथियों के कर कमलों से विमोजित करवाया गया, सर्व समाज को विदित हो कि युवा प्रकोष्ठ गढ़वाल महासभा इसके पहले अपनी वेबसाइट भी लांच कर चुका है.


Web Title : ABHA. THOUSANDS OF SELF ETHNIC PEOPLE ENGAGED IN GARHWAL SOCIETYS INTRODUCTORY CONFERENCE