सीताखोह-आगरवाड़ा की सरकारी भूमि से प्रशासन ने हटाया अतिक्रमण,प्रशासन ने नहीं दिया समय, अतिक्रमणकारियों ने लगाया आरोप

कटंगी. तहसील के ग्राम सीताखोह एवं आगरवाड़ा में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर दुकान का संचालन कर रहे दो अतिक्रमणकारियों की दुकानों पर सोमवार को 11 बजे प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर नेस्तानाबुत कर कर दिया. दरअसल, सीताखोह एवं आगरवाड़ा के ग्रामीणों ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी. जिसके बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की है.  

तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार राय ने बताया कि एक अतिक्रमण की वजह से लगातार सरकारी भूमि पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा था. वहीं अतिक्रमणकारियों का कहना है कि उन्हें अतिक्रमण हटाने का समय नहीं दिया गया. तहसीलदार ने इस आरोप का खंडन करते हुए बताया कि जुलाई 2020 में अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया गया था, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया. जिसके बाद 8 जनवरी को फिर से अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया गया तथा आज दोपहर तक अतिक्रमण नहीं हटाने पर जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया. इस कार्यवाही के दौरान कटंगी थाना प्रभारी श्रीनाथ झरबड़े, तिरोड़ी थाना प्रभारी चैनसिंह उइके सहित दोनों ही थानों का पुलिस बल, राजस्व अमला मौजूद था.  

    उल्लेखनीय है अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे प्रशासनिक अमले को ग्रामीणों ने गांव में फैले अन्य अतिक्रमण को हटाने की भी मांग रखी, लेकिन प्रशासन ने कहा कि शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जायेगी. गौरतलब हो कि विगत दिनों प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर में अतिक्रमण हटाने, दंबगों एवं भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे. जिसके चलते बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य ने अधिकारियों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किये है. इसी आदेश का पालन करते एवं ग्रामीणों की शिकायत को आधार बनाकर सीताखोह एवं आगरवाड़ा में शासकीय भूमि का अतिक्रमण हटाया गया. बहरहाल, सीताखोह एवं आगरवाड़ा का अतिक्रमण हट गया है लेकिन इस कार्यवाई के बाद जो सवाल खड़ा हो रहा है कि कटंगी शहर की सुंदरता को बिगाड़ रहे अतिक्रमण पर क्या कार्यवाही होगी? अगर, अधिकारी वाकई में अतिक्रमण के खिलाफ ईमानदारी से कार्यवाही करना चाहते है तो कटंगी शहर में पसरे अतिक्रमण पर कर सकते है सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस भेजा जा सकता है और अतिक्रमण हटाने के लिए समय देकर ना हटाने पर जेसीबी शहर में भी चलाई जा सकती है. प्रशासन को अगर, राजनैतिक दबाव का डर लग रहा है तो क्षेत्रीय विधायक का सहयोग ले सकते है. यदि शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही  होती है तो निश्चित तौर पर शहर का रंग-रूप सबकुछ बदला जा सकता है. कटंगी के तालाबों का सौन्दर्यीकरण किया जा सकता है. जिसपर कुछ रसूखदारों और राजनैतिक ताल्लुक रखने वालों ने कब्जा कर रखा है. वरना, जिस तरह से आज राजस्व अमले ने पुलिस दल-बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की उसका कोई औचित्य ही नहीं है.


Web Title : ADMINISTRATION REMOVES ENCROACHMENTS FROM GOVERNMENT LAND OF SITAKH AGARWARA, ADMINISTRATION NOT GIVEN TIME, ENCROACHERS ALLEGE