बालाघाट. नगर के एक निजी हॉटल मंे सीएए के समर्थन में भाजपा द्वारा चलाये जा रहे जनजागरण अभियान के तहत आज प्रबुद्धजन संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. जिसमें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोंटिया, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लता एलकर, भाजपा अध्यक्ष रमेश भटेरे, विधायक रामकिशोर कावरे, पूर्व अध्यक्ष रमेश रंगलानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन और संघचालक वैभव कश्यप मंचासीन थे. हॉल में विभिन्न प्रबुद्धजन, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे.
इस दौरान मंचासीन वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखते हुए सीएए पर विस्तृत जानकारी प्रबुद्धजनो को दी गई. वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पारित किया गया कानून सीएए, भारत के किसी नागरिकता छिनने के लिए नहीं बल्कि इस्लामिक देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धर्म पर प्रताड़ित होकर आये हिन्दु, सिक्ख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाईयों को नागरिकता देने का कानून है, जो नागरिक 31 दिसंबर 2014 की निर्णायक तारीख तक भारत में प्रवेश किया है, उन लोगों को भारत की नागरिकता इस कानून के माध्यम से प्रदान की जायेगी. इस अधिनियम में उत्पीड़ित समुदायों के विशिष्ट वर्ग को लाभ दिया गया है, किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया.
वक्ताओं ने कहा कि इस कानून को लेकर धर्म के आधार पर उत्पीड़ित होकर आये शरणाथियों में खुशी का माहौल है किन्तु वोट बैंक की राजनीति कर रहा विपक्ष, इसको लेकर पूरे देश में भ्रम फैला रहा है. खासकर मुसलमानों में यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि यह मुसलमानों से देश की नागरिकता छिन लेने का कानून है और इस झूठ को प्रचारित किया जा रहा है कि इस कानून से भारत के मुस्लिमों को घुसपैठिया बताया जायेगा. यह भ्रामक कुप्रचार किया जा रहा है कि इस कानून से एनआरसी बनाया जायेगा. हताश विपक्ष मुसलमानों में भय व्याप्त कर कुत्सित राजनीति कर रहा है.
संगोष्ठी में मौजूद बतौर अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोंटिया ने कहा कि महात्मा गांधी से लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री ने शरणार्थियों को नागरिकता दी जायें और उन्हें स्वाभिमान से रहने के अधिकार के साथ ही उनके रोजगार और रहवास की व्यवस्था की जायें, जिस भावना के साथ ही केन्द्र सरकार ने इस कानून को लाया है किन्तु कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में इसका विरोध किया जा रहा है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश की जनता को सीएए के नाम पर भड़काने और मुर्ख बनाने का काम कर रहे है. प्रदेश के मुख्यमंत्री इस कानून को लेकर खास दिलचस्पी ले रहे है और गैर संवैधानिक तरीके लिप्त होकर इसका विरोध कर रहे है. यह कानून किसी की नागरिकता छिनने का नहीं बल्कि धर्म के आधार पर इस्लामिक देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आये सिक्ख, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई को नागरिकता देने का कानून है. जिसको लेकर विपक्ष पूरे देश में भ्रामक प्रचार और असत्य बात कर बरगलाने का काम कर रहा है किन्तु भाजपा का हर कार्यकर्ता घर-घर जाकर और विभिन्न माध्यमों से लोगों के बीच इस कानून को लेकर जनजागरण का रहा है, जिससे जनता समझने लगी है.