कोरोना वायरस: बीमारी से निपटने धर्मगुरूओं से मांगा गया सहयोग, कोरोना प्रभावितों और संभावितों के लिए टेलिमेडिसन केन्द्र स्थापित

बालाघाट. जिले में कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है. इसी कड़ी में आज कलेक्ट्रेट में धर्मगुरूओं की बैठक का आयोजन किया गया था. विभिन्न धर्म गुरूओं ने बैठक के बाद पुलिस महानिरीक्षक के. पी. व्यंकटेश्वर राव, कलेक्टर दीपक आर्य एवं पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के साथ वीडियो कांफ्रेस में भी भाग लिया. बैठक में धर्मगुरूओं से कहा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण अब देश में महामारी का रूप ले चुका है. मध्यप्रदेश के इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर में भी कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये है. बालाघाट जिले में अब तक एक भी मरीज कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है, लेकिन इस महामारी को बालाघाट जिले में आने से रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े कदम उठाये जा रहे है. शासन के निर्देशों के पालन एवं लागू करने में सभी धर्मगुरूओं का भी सहयोग एवं योगदान बहुत जरूरी है. बैठक में धर्मगुरूओं से कहा गया कि वे धार्मिक स्थलों में अभी कोई आयोजन न होने दें और 05 से अधिक व्यक्तियों को एकत्र न होने दें. अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के अधिकारियों से सम्पर्क बनाये रखें.

बैठक में धर्मगुरूओं से कोरोना संक्रमण से निपटने में सहयोग करने की अपील की गई और कहा गया कि वे स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाले कर्मचारियों को पूरा सहयोग करें और प्रशासन के निर्देशों का कड़ाई से पालन कराना सुनिश्चित करें. यह सब आम जन के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए ही किया जा रहा है. किसी भी धार्मिक स्थल पर भीड़ एकत्र न होने दें. लोगों को समझाईश दें कि वे जरूरी काम के लिए भी घर से बाहर निकलें तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपने आसपास स्वच्छता बनाये रखें.

  इसी तरह की बैठकें आज जिले के सभी थानों में भी आयोजित की गई और थाना स्तर के धर्मगुरूओं से चर्चा कर कोरोना महामारी से निपटने में सहयोग की अपील की गई. कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में प्रियंक वर्मा, सुरेश सोनी, मेथोडिस्ट चर्च के पास्टर जे. एफ. नाथ, केथोलिक चर्च के फादर विकास जोसेफ, राजेश रंगारी, इमाम जाहिद रजा, सुभान मंसूरी, पार्षद शफकत खान, निलेश जैन, जितेन्द्र मोहारे, डॉ. चारूदत्त जोशी, महेश खजांची उपस्थित थे.

कोरोना प्रभावितों और संभावितों के लिए टेलिमेडिसन केन्द्र स्थापित

कोरोना वायरस के लक्षण महसूस करने वाले व्यक्तियों और होम क्योरेंटाइन में रह रहे व्यक्तियों को घरों पर ही उपचार उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिये जिला चिकित्सालय बालाघाट में टेलीमेडिसिन केन्द्र प्रारंभ कर दिया गया है. कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि जिला चिकित्सालय बालाघाट के इस टेलीमेडिसिन केन्द्र के मोबाईल नंबर 6232659660 पर कोरोना संक्रमण के प्रभावित, संभावित और होम क्योरेंटाइन में रह रहे व्यक्ति व्हाट्सएप वीडियो कालिंग से चिकित्सकों से सीधे संवाद कर सकते हैं. चिकित्सक वीडियो कालिंग की सहायता से व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए मोबाइल पर मेडिसिन यूनिट द्वारा संबंधित का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकतानुसार उपचार और दवा उपलब्ध कराएंगे. इस केन्द्र के माध्यम से लोगों को उचित चिकित्सकीय परामर्श और संक्रमण की रोकथाम के उपाय के संबंध में सही जानकारी मिलेगी. टेली मेडिसिन केन्द्र में कुशल चिकित्सकों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है.   

खाद्यान्न बैंक में अब तक दान में मिला 2865 किलोग्राम चांवल 

कोरोना महामारी से निपटने के लिए संपूर्ण देश में 14 अप्रैल तक के लिए टोटल लाख डाउन घोषित किया गया है. टोटल लाक डाउन होने के कारण गरीब असहाय लोगों को भोजन की समस्या ना हो और उन्हें पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जा सके इसके लिए कलेक्टर दीपक कार्य की पहल पर बालाघाट जिले में खाद्यान्न बैंक बनाया गया है और इसके लिए दानदाताओं से अपील की गई है कि वे अनाज एवं खाद्य सामग्री का दान करें. खाद्यान्न बैंक के नोडल अधिकारी सहायक कलेक्टर श्री अक्षय तेम्रावाल के मार्गदर्शन में दानदाताओं से खाद्यान्न एकत्र कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. जिले के दानदाताओं से अपील की गई है कि यदि कोई व्यक्ति अनाज, दाल, तेल आदि खाद्य सामग्री दान में देना चाहे तो दूरभाष नंबर 07632-240430 पर सम्पर्क करें. अनाज का दान करने वाले व्यक्तियों द्वारा सूचित किए जाने पर वाहन भेजकर उनके पास से अनाज का संग्रहण कर लिया जाएगा. जिला मुख्यालय से बाहर के दानदाता अनाज दान करने के लिए अपने क्षेत्र के एसडीएम से संपर्क कर सकते हैं. अब तक खाद्यान्न बैंक में 2790 किलोग्राम चावल दानदाताओं द्वारा दान में दिया गया है. इसके अलावा अन्य खाद्य सामग्री भी दान में प्राप्त हुई है.

03 अप्रैल को मुकेश पटेल द्वारा 25 किलो चावल, 15 लीटर तेल, संगीता बिसेन गौली मोहल्ला द्वारा 25 किलो चावल, 5 किलो आटा, अग्रवाल पोहा उद्योग द्वारा 30 किलो पोहा एवं 16 किलो मुर्रा एवं प्रीति सिंह परिहार द्वारा 25 किलो चांवल, आर. सी. अमूले द्वारा 25 किलो चावल एवं  हीरासिंह भटिया द्वारा दो कट्टी चावल दान दिया गया है. दान में प्राप्त अनाज एवं अन्य सामग्री से नगर पालिका बालाघाट की दीनदयाल रसोई में आज 03 अप्रैल को 479 लोगों को एवं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 236 लोगों को भोजन कराया गया है.

जिले में बाहर से आये 42 हजार 303 लोग

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर दीपक आर्य के मार्गदर्शन में जिले में पूरी तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग का अमला जिले में बाहर से प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच कर उसकी स्वास्थ्य जांच कर रहा है. 23 मार्च से 03 अप्रैल तक जिले में 42 हजार 303 लोग वापस आ चुके है. इनमें से 1715 लोग 03 अप्रैल को वापस आये है. आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला जिले में बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रख रहा है और उसकी स्वास्थ्य जांच कर रहा है. अब तक जिले में बाहर से आये 42 हजार 303 लोगों की जांच के दौरान कफ एवं खांसी से पीड़ित 577 मरीज पाये गये है. इसमें लामता क्षेत्र के 46, वारासिवनी में 46, खैरलांजी में 34, परसवाड़ा में 74, बैहर में 98, बिरसा में 86, लालबर्रा 10, लांजी में 28, कटंगी में 22, किरनापुर में 78 एवं जिले के नगरीय क्षेत्रों में 55 मरीज शामिल है. कफ एवं खांसी से पीड़ित मरीजों को अपने घर पर ही आईसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है और उनसे परिवार के सदस्यों से भी दूरी बनाये रखने कहा गया है.

बाहर से आने वाले व्यक्ति ने छिपाई जानकारी तो होगी कार्यवाही

कलेक्टर दीपक आर्य ने लॉकडाउन के दौरान देश के बड़े शहरों अथवा प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से घर वापसी करने वाले लोगों से अपने आने की सूचना स्थानीय प्रशासन को देने का आग्रह किया है. कलेक्टर श्री आर्य ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन द्वारा जिले के प्रवेश मार्ग पर बाहर से आने वाले हर व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद ऐसे लोगों को भी अपने नागरिक दायित्व का निर्वाह करना होगा तथा अपने एवं अपने परिवार के स्वास्थ की चिंता उन्हें करनी होगी. ऐसे लोगों को स्वयं आगे आकर अपने आने की सूचना कोरोना कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 07632-240102 पर या स्थानीय प्रशासन को देना होगा और अपने व अपने परिवार के अन्य सदस्यों की रक्षा के लिए 15 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा. कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि बिना स्वास्थ्य परीक्षण कराये जिले में प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति यदि अपने आने की सूचना छुपाता है अथवा इसकी जानकारी किसी अन्य माध्यम से मिलती है तो उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.

हाथ ठेला पर सब्जी-फल बेचने वालों को दें मास्क

कलेक्टर दीपक आर्य ने स्वयंसेवी संस्थाओं एवं संगठनों से हाथठेला और फेरी लगाकर सब्जी-भाजी एवं फल बेचने वालों तथा रोजमर्रा की सामग्री की आपूर्ति करने वालों को मास्क वितरित करने का अनुरोध किया है. इस संबंध में की गई अपील में स्वयंसेवी संगठनों एवं सामाजिक संस्थाओं से कहा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में उपयोगी मास्क की अभी सबसे ज्यादा जरूरत घर-घर जाकर फल-सब्जी बेचने वालों को है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जहाँ भी दिखाई दें उन्हें तुरंत मास्क प्रदान करें. खतरा उठाकर शहरवासियों की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा कर रहे इन लोगों की सुरक्षा पर सभी को ध्यान देना होगा. इसलिए घरों में मास्क बॉंटने की अपेक्षा हाथ ठेला पर और फेरी लगाकर फल-सब्जी बेचने वालों तथा दैनिक आवश्यकता की सामग्री बेचने वाले दुकानदारों को मास्क के वितरण में प्राथमिकता दें. ताकि ये खुद भी सुरक्षित रहें और ग्राहकों को भी कोई खतरा न हो.


Web Title : CORONA VIRUS: COOPERATION SOUGHT FROM RELIGIOUS LEADERS TO COMBAT DISEASE, TELEMEDICINE CENTRE SET UP FOR CORONA VICTIMS AND POTENTIAL