बालाघाट. कोरोना वायरस से लड़ने में स्वास्थ्य कर्मी, सफाईकर्मी, पुलिस कर्मी, बिजलीकर्मी, मजदूर, किसान, फुटकर विक्रेता, दानदाता, उद्योगपति, स्वयंसेवी संस्था, आमजन और कोरोना योद्धा समेत केंद्र और राज्य सरकारों के अलावा जिला प्रशासन और स्थानीय निकायों के अधिकारियों कर्मचारियों ने जो जज्बा दिखाया. वह मानव जाति के संरक्षण और विश्व के कल्याण के लिए सदियों तक याद रखा जायेगा. इन्हीं की बदौलत आज कोरोना का संक्रमण हमारे देश में पूरी तरह आक्रमण नहीं कर पा रहा है. उसकी जितनी भी तारीफ की जाए उतनी ही कम होगी. यह बात प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन ने 4 अप्रैल को जिले के अंतिम छोर के क्षेत्र उकवा, बैहर और मलाजखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने किये जा रहे इंतजामों की जायजा लेते हुए कही.
इस दौरान कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी और भाजपा नेता सत्यनारायण अग्रवाल समेत अनेक अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और कोरोना वारियर्स उपस्थित थे. यहां उन्होंने कहा कि इस दुर्गम आदिवासी क्षेत्र में आम जनमानस को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होना चाहिए. इसके लिए हर माकूल इंतजाम करना होगा. फिर श्री बिसेन ने कहा कि गरीबी रेखा की श्रेणी और पात्रता की परिधि में किसी भी जरूरतमंद को राशन इत्यादि से परे नहीं रखना चाहिए. हमारी केंद्र, राज्य सरकार और जिला प्रशासन हर गरीब और पीड़ित तक जरूरी चीजें मुहैया कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. स्वास्थ्य अमला भी अपनी जिम्मेदारियों का भरपूर निर्वहन कोरोना के कहर से आमजन को बचाने में लगा हुआ है.
मुसीबत की घड़ी में अपने आप को अकेला ना समझे-विधायक बिसेन
विधायक बिसेन ने कहा कि हमें हर जरूरतमंद पहुंचने की आवश्यकता है ताकि कोई भी इस मुसीबत की घड़ी में अपने आप को अकेला महसूस ना करें. वही अपने-अपने गांवों में बाहर से आए हुए लोगों से भी अपील की कि वह स्वास्थ विभाग से अपनी कोई भी जानकारी ना छुपाए बल्कि बताकर उचित बचाव और उपचार को अपनाये. तभी संकट से वह स्वयं, उनका परिवार, समाज, हमारा जिला, प्रदेश और देश सुरक्षित रहेगा. श्री विशेष मौके पर लोगों से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा, सावधानी और जिम्मेदारी निर्माण करने की अपील की. साथ ही श्री बिसेन ने सामाजिक दूरियां रखते हुए बेवजह की जमाखोरी और आवाजाही से बचने की बात भी कही.