सरकार ने स्वीकारी गड़बड़ी,जांच से खुलेंगे राज-विद्या परिहार

बालाघाट. एमपीपीईबी के माध्यम से 10 और 11 फरवरी को आयोजित की गई ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच और परीक्षा को निरस्त कराने की मांग को लेकर विगत दिनों बालाघाट में महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव विद्या परिहार के नेतृत्व में परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों ने गड़बड़ी की आशंका को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.  

जिस पर प्रदेश मीडिया खबरो के अनुसार व्यासायिक परीक्षा मंडल की ओर से कृषि विकास अधिकारी के  पद के लिए आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसकी विस्तृत जांच के आदेश दिये है. जिसको लेकर महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव विद्या परिहार ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का निर्णय अभ्यार्थियों के हितों की दृष्टि से हितकारी है, उन्होंने बताया कि पूर्व में ही इस मामले को लेकर कांग्रेस ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार का ध्यानाकर्षण करवाया था. जिसमें अभ्यार्थियों के साथ सरकार को दिये गये ध्यानाकर्षण ज्ञापन में यह साफ उल्लेखित किया गया था कि परीक्षा में बड़े स्तर से गड़बड़ियां हुई हैं, क्योंकि एमपीपीईबी के इतिहास में अभी तक जितनी भी परीक्षायें हुई है. उन परीक्षा में किसी भी परीक्षा में अभ्यर्थी ने इतने अंक प्राप्त नही किये है. जितने कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की परीक्षा में प्राप्तांको के संबंध में दावें परीक्षार्थियों के द्वारा किये जा रहे है. महिला कांग्रेस प्रदेश महासचिव विद्या परिहार कहा कि अभ्यार्थियों से उन्हें पता चला था कि उक्त परीक्षा में 200 अंक में से 170,175,180,195 अंक के दावे किये जा रहे है. यहां तक की 196 अंक तक अधिकतम छात्रों के प्राप्त होने जानकारी उन्हें प्राप्त हुई थी. ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा है कि उक्त परीक्षा में परीक्षार्थियों के अंक एमपीपीईबी की वेबसाईट पर सार्वजनिक किये जाये. इसके अलावा केंद्रों के सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिग की जॉच कराये कराकर मामले की निष्पक्ष जॉच कराये जाने की मांग की गई थी. जिस पर अब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिये है, जिससे साफ है कि गड़बड़ी हुई है, जिसकी जांच के बाद कई राज खुलेंगे और परीक्षा में हुई गड़बड़ी सामने आयेगी.  

गौरतलब हो कि इस परीक्षा में चंबल के शीर्ष 10 परीक्षार्थियों के अंक एक समान है, जिसे भले ही व्यापम संयोग बता रहा है लेकिन यह साफ है कि ऐसा केवल और केवल परीक्षा में की गई गड़बड़ियों से हुआ है, जिसकी पूरी जांच और दोषियों पर कार्यवाही होनहार अभ्यार्थियों के हक के लिए जरूरी है अन्यथा हमेशा ईमानदार अभ्यार्थी को अपने भविष्य के लिए जूझना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर महिला कांग्रेस मामले की पूरी जांच पर नजर रखेगा, ताकि ईमानदार अभ्यार्थियों को न्याय मिल सकें.


Web Title : GOVERNMENT TO OPEN UP OF ACCEPTED DISTURBANCES, INQUIRY INTO RAJ VIDYA AVOIDANCE