बालाघाट में सेनेटाईजर की कमी, फेस मास्क और सेनेटाईजर की मांग बढ़ी, जागरूकता ही बचाव

बालाघाट. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना को महामारी घोषित कर दिया गया है. कोराना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन सर्तक एवं मुस्तैद है. प्रशासन ने जहां टीएल बैठक, जनसुनवाई को आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया है. वहीं अधिकारियों की बैठको को स्थगित कर दिया है. बालाघाट में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने सभी ऐतिहातन कदम उठाते हुए सार्वजनिक कार्यक्रमों, स्थलों को प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं धारा 144 लगा दी है.  

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक वस्तु फेस मास्क ओर सेनेटाईजर की मांग बढ़ने के कारण बालाघाट के बाजार में इसकी खासी कमी हो गई है. जहां फेस मास्क थोडे़, बहुत मिल रहे है, वहीं सेनेटाईजर का स्टॉक जिले में खत्म होने की बात कही जा रही है. एक दवा विक्रेता ने बताया कि कोरोना वायरस के बाद इसके संक्रमण से बचाव के लिए बताये जा रहे फेस मास्क और सेनेटाईजर की बिक्री में तेजी से ईजाफा हुआ है. जिसके कारण इनकी मांग बढ़ गई है लेकिन मांग अनुरूप फेस मास्क और सेनेटाईजर उपलब्ध नहीं हो पा रहे है. फेस मास्क से ज्यादा दिक्कत सेनेटाईजर की है, चूंकि यह कंपनी उत्पाद होने से इसकी मांग के बावजूद इसकी आवक नहीं होने से सेनेटाईजर बाजार से लगभग खत्म हो चुका है.

वही सूत्रों की मानें तो कोरोना वायरस के बाद फेस मास्क और सेनेटाईजर की बिक्री बढ़ती देख दुकानदारों ने समय का फायदा उठाते हुए पुराना माल को खपाने के साथ ही फेस मास्क और सेनेटाईजर की कालाबाजारी भी की. हालांकि इसको लेकर प्रशासन की हिदायत, छापामार कार्यवाही और केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एशोसिएशन के ऐसे लोगों के खिलाफत में खड़े होने से दवा दुकानदार मंे भय का माहौल है बावजूद इसके कुछ दवा दुकानदार आज भी फेस मास्क और सेनेटाईजर की कालाबाजारी कर उन्हें महंगे दामों में बेच रहे है.

नाम न छापने की शर्त पर एक उपभोक्ता ने बताया कि उसे दुकानदार द्वारा महंगे दामो में सेनेटाईजर दिया है. भले ही कुछ दुकानदारों के पास सेनेटाईजर हो किन्तु बाजार में इसकी इसकी कमी बताई जा रही है. जिससे कोरोना वायरस से बचाव के लिए सेनेटाईजर नहीं मिलने से लोग परेशान हो रहे है.  

एक दवा दुकानदार द्वारा बताया गया कि इसकी जानकारी प्रशासन को भी दी गई है वहीं जबलपुर से फेस मास्क बुलवाने का ऑर्डर दिया गया है और सेनेटाईजर बनाने वाली कंपनी के पास भी ऑर्डर भेजे गये है, लेकिन अब तक बालाघाट में ऑर्डर के अनुरूप माल नहीं आने से फेस मास्क और सेनेटाईजर की कमी लोगों को परेशान कर रही है. बहरहाल अब देखना है कि बालाघाट में फेस मास्क और सेनेटाईजर की कमी से कैसे लोगों को राहत मिल पाती है. वहीं चिकित्सक डॉ. बी. एम. शरणागत ने कहा कि यदि बाजार में सेनेटाईजर उपलब्ध नहीं है तो घबराये नहीं, बल्कि कपूर को गर्म पानी में घोलकर उसे हाथ में लगाये. जिससे भी बीमारी के संक्रमण खत्म हो जाते है. उन्होंने कहा कि केवल लोग यह जानकारी रखे कि यह रोग छुने से होता है, जो मेटल, हाथ और कपड़े के संपर्क में आने से तेजी से फैलता था. इसलिए ऐसी जगह को न छुआये और बाहर की चिजों को न पकड़े. यदि कोई सर्दी, खांसी से पीड़ित है तो उससे बचकर रहे और यदि उसे बीमारी जैसा लगता है तो वह चिकित्सक की सलाह दे. उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है. इस बीमारी से बचाव ही उसका ईलाज है.  

Web Title : LACK OF SENOETORS AT BALAGHAT, DEMAND FOR FACE MASKS AND SEINEIZER INCREASED, AWARENESS IS THE ONLY RESCUE