बालाघाट. आगामी 23 से 26 सितंबर की तिथि में वनविभाग द्वारा वनोपज की नीलामी का समय तय किया गया. जिस तिथियों में काष्ठागार डिपो से बांस एवं लकड़ियों की नीलामी होना है. जिस नीलामी का बहिष्कार करने का ऐलान मोटर ओनर्स एशोएिशन ने किया है. एशोसिएशन सचिव गिरजाशंकर चौरसिया का कहना है कि जनवरी से जून तक वनों से वनोपज का उनके ट्रको के माध्यम से डिपो तक सुरक्षित परिवहन किया गया. जिसकी लगभग 8 करोड़ रूपये के भुगतान में उन्हें केवल 25 प्रतिशत ही भुगतान किया गया है. जिससे ट्रक ऑनर्स के खिलाफ भुखो मरने की नौबत आ गई है. ऐसे में ट्रक की टूटफूट और लेबरों का पैसा उन्हें कर्ज लेकर भुगतान करना पड़ा रहा है. हालांकि अधिकारी का कहना है कि भुगतान, शासन स्तर की समस्या है, शासन से यदि भुगतान प्राप्त होता है तो ट्रक ओनर्स को भुगतान कर दिया जायेगा, लेकिन दूसरी ओर मोटर ओनर्स एशोसिएशन ने भुगतान नहीं होने तक नीलामी का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. जिसकी शुरूआत कल 23 अगस्त को गर्रा काष्ठागार में होने वाली नीलामी से एशोसिएशन करेगा.
मोटर ओनर्स एशोएिशन के सचिव गिरजाशंकर चौरसिया की मानें तो वनोपज के माध्यम से जिले से सरकार को लगभग सौ करोड़ का राजस्व मिला है, इसके विपरित सरकार ट्रक ओनर्स के परिवहन की राशि भुगतान नहीं कर रही है, जिससे वे निराश और आक्रोशित है. उन्होंने कहा कि पूरे एशोसिएशन ने आगामी 23 से 26 तक गर्रा, लांजी, लामता और बैहर डिपो में होने वाली वनोपज नीलामी का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. जब तक सरकार उनके परिवहन का भुगतान नहीं करती, तब तक नीलामी नहीं होने दी जायेगी.
इनका कहना है
यह शासनस्तर का मामला है. शासन स्तर से ही भुगतान नहीं मिला है. हम एशोसिएशन के लोगों से चर्चा कर उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे.
नरेन्द्र कुमार सनोडिया, सीसीएफ