नैतरा सरपंच ने स्वयं, पत्नी और नौकर के खाते में पंचायत के लाखों रूपये का किया आहरण,पूर्व सरपंच ने जिला प्रशासन से की शिकायत, प्रशासन से कार्यवाही की मांग

बालाघाट. ग्राम पंचायत नैतरा के पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे ने वर्तमान सरपंच संतोष लिल्हारे पर गंभीर आर्थिक अनियमितताओं के आरोप लगाये है. जिला प्रशासन और जिला पंचायत सीईओ के नाम की गई शिकायत में पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे ने वर्तमान सरपंच पर पंचायत विकास के कार्यो मंे अनियमितता बरतकर लाखों रूपये स्वयं, अपनी पत्नी और नौकर के खाते में आहरित करने का आरोप लगाया है.  

पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे की मानंे पंचायत में सफाई, पंचायत विकास के नाम पर लाखों रूपये की हेराफेरी की है. जिसकी जांच की जायें तो एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है, पूर्व में पंचायत सरपंच को लेकर की गई शिकायत की जांच का हवाला देते हुए पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे ने कहा कि उस शिकायत की जांच में भी सरपंच द्वारा की गई अनियमिततायें उजागर हुई है, बावजूद इसके वर्तमान सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. दाल में नमक चलता है लेकिन पंचायत सरपंच की पूरी दाल ही काली है. किसानों के खेतो में पंचायत के माध्यम से होने वाले कार्यो के नहीं होने से किसान परेशान है, पूरे पंचायत की स्ट्रीट लाईट बिजली के लाखो रूपये के आये बिल को पंचायत द्वारा नहीं पटाये जाने से बंद है, जिसके कारण बरसात के दिनों में घर से बाहर निकलने वाले या पंचायत की गलियों में घूमने वाले ग्रामीणों को अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण जहरीले जीव जंतु के काटने के भय से ग्रामीण भयभीत है और शाम होते ही ग्रामीण अपने घरो में कैद हो जा रहे है. उन्होंने बिजली बिल के बारे में बताते हुए कहा कि तत्कालीन पंचायत कार्यकाल में जहां पंचायत का बिजली बिल दो लाख रूपये आता था, आज वही बिजली बिल बढ़कर 6. 30 से 7 लाख रूपये पहुंच गया है. जिससे साफ है कि बिजली बिल को पंचायत द्वारा भरने में लापरवाही बरती जा रही है जिसके कारण आज पंचायत का बिजली बिल लाखों में पहुंच गया है.  

पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे ने प्रशासन को की गई शिकायत में बताया कि ग्राम पंचायत नैतरा का सरपंच बनने के बाद से सरपंच संतोष लिल्हारे द्वारा पंचायत में वित्तिय अनियमितता की जा रही है, जो लगातार बढ़ती जा रही है. जिसके द्वारा वर्ष तीन सालों में लगभग 40 लाख रूपये अपने खाते मंे सरपंच द्वारा आहरित कर लिये गये है. पंचायत सरपंच द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत शासन को गुमराह कर पंचायत में शौचालयों का निर्माण अधिक दर्शाकर लाखों रूपये की राशि आहरित की गई. जबकि पंचायत में गिनती के शौचालय ही बनाये गये है, जो भी निर्धारित मापदंड के अनुसार नहीं है. पंचायत में आंतरिक सड़क मरम्मत का कार्य दर्शाकर तीन लाख रूपये का आहरण किया गया, जबकि सड़क मरम्मत का कोई कार्य नही किया गया. वर्तमान में पंचायत की सड़को की हालत अत्यंत खराब है और बरसात में अत्यधिक खराब हो जाने से लोगों का चलना दूभर हो गया है. इसके अलावा वर्ष 2017-18 में राष्ट्रीय पर्व, पंचायत भवन की पुताई, गांव की आंतरिक सड़क मरम्मत, ग्रामसभा एवं पंचायत बैठक में चाय-नाश्ते का खर्च, स्ट्रीट लाईट का फजी व्यय दर्शाकर लाखों रूपये की हेराफेरी की गई. इसी तरह वर्ष 2018-19 में भी विविध व्यय, राष्ट्रीय पर्व, पंचायत भवन की मरम्मत, स्वच्छता अभियान के नारे लिखवाने, विधानसभा निर्वाचन पर व्यय, कम्प्युटर सुधरवाई, आंतरिक सड़क मरम्मत, पंचायत फर्नीचर, स्ट्रीट लाईट, ग्रामसभा की बैठक, पंचायत भवन की पुनः मरम्मत, व्हील चेयर की खरीदी, लोकसभा निर्वाचन व्यय, कम्प्युटर स्टेशनरी खरीदी, सड़क मरम्मत, कूलर खरीदी और पंच को मिठाई के नाम से लाखों रूपये का फर्जी भुगतान किया गया.

पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे की मानें तो सरपंच द्वारा पत्नी के नाम से फर्जी बिल लगाकर 44 हजार रूपये का भुगतान किया गया. यही नहीं बल्कि घरेलु नौकक सुखचंद गुरबेले के नाम से उसके खाते में लाखों रूपये डाले गये. जिसकी शिकायतकर्ता रामकिशोर रनगिरे द्वारा ई-भुगतान की प्रति भी शिकायत के साथ दी गई है.

पूर्व सरपंच रामकिशोर रनगिरे ने शिकायत के माध्यम से दिये गये सभी मामलो की जांच करने और जांच के बाद पंचायत में विकास कार्यो के रूपये की अफरातफरी करने पर राशि की वसुली तथा अपराधिक प्रकरण दर्ज किये जाने की मांग की है.  

Web Title : NAITRA SARPANCH WITHDRAWS LAKHS OF RUPEES OF PANCHAYAT IN THE ACCOUNT OF HIMSELF, WIFE AND SERVANT, FORMER SARPANCH COMPLAINS TO DISTRICT ADMINISTRATION, DEMANDS ACTION FROM ADMINISTRATION