बालाघाट. जिले में कोरोना संक्रमण का कहर तेजी से फैल रहा है, सितंबर-अक्टूबर माह में रोजाना ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सामने आने से जिले में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1830 तक पहुंच गया है, बावजूद जिले में कोरोना को लेकर जागरूकता का अभाव देखा जा रहा है. खासकर बाजार क्षेत्र और दुकानों में कोरोना से बचाव को लेकर सावधानियों को अपनाने में लापरवाही बरती जा रही है, जबकि जब तक वेक्सिन नहीं आ जाती, तब तक कोरोना से सावधानी ही बचाव है. जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की चपेट में कई कार्यालय आ गये है, जहां के कर्मचारी, कोरोना पॉजिटिव निकले है, जिसके बाद ऐतिहातन के तौर पर कार्यालय को सील कर दिया है. जिसमें निजी क्लिनिक, एलआईसी कार्यालय और बैंक शामिल है, जहां मरीज और कर्मचारी के पॉजिटिव निकलने के बाद उन्हें सील करने की कार्यवाही की गई.
जबकि दूसरी ओर नपा आरआई के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद नगरपालिका को सील नहीं किये जाने पर सवाल खड़े हो रहे है, हालांकि बुधवार को सामने आई नपा आरआई की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद राजस्व शाखा को तीन दिनों के सील कर दिया है, वहीं बुधवार को नपा के समस्त विभागों की शाखायें बंद कर दी गई. जबकि नपा में न केवल नपा कर्मचारी अपितु शहर की जनता पहुंचती है, जिससे यहां सावधानी नहीं बरती जाना, लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है. इस मामले में सीएमओ से चर्चा करने फोन लगाया गया किन्तु घंटी जाने के बावजूद उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. कोरोना पॉजिटिव आने के बाद घरों और व्यवसायिक एवं शासकीय प्रतिष्ठानों को सील करने की कार्यवाही करने वाले नपा कर्मी ने बताया कि नपा आरआई के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद राजस्व शाखा को तीन दिनांे के लिए बंद कर दिया गया है, वहीं कर्मचारियों को क्वारेंटाईन रहने कहा गया है, जबकि बुधवार को नपा में समस्त विभागों की शाखायें बंद रही.
सीएमओ के साथ कार्यालयीन चर्चा में शामिल रहे आरआई
बताया जाता है कि नपा के राजस्व शाखा के कोरोना पॉजिटिव पाये गये आरआई लगातार सीएमओ के संपर्क में रहे है. सोमवार, मंगलवार को सीएमओ के साथ आरआई ने कार्यालयीन चर्चा की है, यही नहीं बल्कि आरआई इतने सरल और सहज है कि नपा के हर शाखा में उनका आना-जाना रहता है और वह कार्यालय अधीक्षक के साथ भी रिपोर्ट आने से पूर्व चर्चारत देखे गये हैं, जिससे वह कार्यालय में रिपोर्ट आने के बाद कई लोगों के संपर्क में आये है, हालांकि ऐतिहात के तौर पर और स्वयं की सुरक्षा को लेकर उनके संपर्क में आये नपा कर्मचारियों ने स्वयं को क्वारेंटाईन कर लिया है, लेकिन नपा के आरआई कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद नपा को सील न कर केवल राजस्व शाखा और नपा को एक दिन के लिए बंद कर नपा ने अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली है.
कोरोना से बचाव की जरूरत
जिले में रोजाना ही कोरोना के नये मरीज सामने आ रहे है, जिले में बढ़ती कोरोना महामारी को लेकर भले ही लोगों में चिंता हो किन्तु इससे बचाव को लेकर अपनाई जाने वाली सावधानियों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है. खासकर बाजार और दुकानों में मॉस्क और सोशल डिस्टेंस की सावधानियों का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है, धीरे-धीरे जिले में सामुदायिक फैलाव की ओर बढ़ रहे कोरोना महामारी से बचाव के लिए सावधानियों का पालन ही कोरोना से बचा सकता है, जिसके लिए सभी को जागरूक और सतर्क होने की आवश्यकता है.