वादग्रस्त संपत्ति पर चला नपा का बुलडोजर, न्यायालय ने दिया स्टे,जर्जर भवन को नियमानुसार तोड़ा गया-सीएमओ, नपा ने भाजपा के दबाव में की कार्यवाही-कमलेश वैद्य

बालाघाट. जर्जर भवन के नाम पर नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 19 डॉ. वंशपाल चौक में स्थित नपा द्वारा तोड़े गये भवन को लेकर सवाल खड़े होने लगे है, चूंकि नगर में कई ऐसे जर्जर भवन है, जो कभी भी गिर सकते है, जिसमें कुछ शासकीय भवन भी शामिल है, बावजूद इसके नपा द्वारा वार्ड क्रमांक 19 में वादग्रस्त संपत्ति को तोड़ा जाना, समझ से परे है, जबकि जानकारी अनुसार इस संपत्ति का मामला न्यायालय में विचाराधीन है और उसमें निवासरत श्रीमती कमलादेवी स्व. टोरमल वैद्य को न्यायालय से स्टे मिला है. बावजूद इसके जिम्मेदार संस्था नपा द्वारा 5 अगस्त को भारी-भरकम अमले के साथ मकान को तोड़ दिया गया. हालांकि इसके कुछ ही घंटे बाद ही बालाघाट न्यायालय पहुंचे श्रीमती कमलादेवी स्व. टोरमल वैद्य पक्ष को न्यायालय ने पुनः स्टे देते हुए मामले के निराकरण नहीं होने तक यथास्थिति बनाये रखने के आदेश जारी किये है. साथ ही वादग्रस्त संपत्ति में प्रतिवादी जयंत कुमार वैद्य पक्ष को आगामी 7 अगस्त को होने वाली सुनवाई में माननीय न्यायालय में संबंधित समग्र दस्तावेज जवाब के साथ प्रस्तुत करने के आदेश दिये है.

मिली जानकारी अनुसार नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 19 में वैद्य परिवार के भवन का वाद न्यायालय में विचाराधीन है, जिसमें माननीय न्यायालय द्वारा 3 दिसंबर 2013 को प्रतिवादी जयंत कुमार वैद्य के विरूद्ध अस्थायी निषेधाज्ञा का आदेश पारित कर वादी पक्ष कमलादेवी स्व. टोरमल वैद्य के संपत्ति के कब्जे में दखल देने से रोका गया था. वादी पक्ष की मानें तो अब भी मामला न्यायालय में विचाराधीन है, बावजूद इसके नपा द्वारा उनके भवन को भाजपा के राजनीतिक दबाव में तोड़ दिया गया.

5 अगस्त की दोपहर डॉ. वंशपाल चौक पर स्थित वादग्रस्त संपत्ति को तोड़े जाने के लिए नपा द्वारा यहां से होकर गुजरने वाली सभी मार्ग में बेरिकेट लगाकर बंद कर दिया. जिसके बाद मकान के सामने वाले भाग को बुलडोजर से तोड़ दिया. जिसको लेकर मकान में निवासरत कमलादेवी स्व. टोरमल वैद्य सहित परिवार के अन्य लोग मामले के न्यायालय में होने की बात कहते हुए तोड़ने से रोकने की प्रार्थना नपा सीएमओ दिनेश बाघमारे से करते रहे. इस दौरान तहसीलदार रामबाबु देवांगन भी वहां मौजूद थे. लेकिन संपत्ति को जर्जर बताकर तोड़े जाने पर आमादा नपा सीएमओ ने निवासरत परिवार की कुछ नहीं सुनी और आदेश कर भवन के सामने के भाग को बुलडोजर से तोड़ दिया.  

इस मामले में नपा का सीएमओ दिनेश बाघमारे का कहना था कि शहरी क्षेत्र में जो भी जर्जर भवन है, शासन की गाईडलाईन के अनुसार ऐसे जर्जर भवन, जिससे जानमाल का नुकसान न हो, उन्हें टेक्निकल व्यक्ति से जांच कराकर चिन्हित कर उसे तोड़ा जायें, इस भवन के मामले में भी नियमों का पालन करते हुए इसे तोड़ने की कार्यवाही की गई है. इसके अलावा शहर में ऐसे 16 भवन और बिल्डिंग है, जिन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है कि वह अपना सामान निकाल ले. जिन्हें भी तोड़ने की कार्यवाही की जायेगी. एक सवाल के जवाब में नपा सीएम दिनेश बाघमारे ने कहा कि मैने कोर्ट का आदेश पड़ा है, जिसमें स्टे जैसी कोई बात नहीं है. मकान को तोड़ने में नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.

जबकि वादग्रस्त इस संपत्ति में वादी कमलेश वैद्य का कहना है कि इस संपत्ति को लेकर वाद न्यायालय में लंबित है. बावजूद इसके नपा और प्रशासन द्वारा भाजपा के दबाव में मकान को तोड़ने की कार्यवाही की गई. उन्होंने संपत्ति वाद मंे प्रतिवादी रहे रूपेश वैद्य पर भाजपा के नेताओं से मिलकर नपा और प्रशासन पर दबाव बनाकर न्यायालय में लंबित वाद के बाद भी संपत्ति को तोड़े जाने का आरोप लगाया है. जबकि इस मामले में रूपेश वैद्य का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है, चूंकि संपत्ति उनके पिता के नाम से है और उनके पक्ष में है, संपत्ति के जर्जर होने के कारण इसे तुड़वाया जाना आवश्यक था अन्यथा कोई भी घटना हो सकती थी.  


Web Title : NOPAS BULLDOZER ON THE TROUBLED PROPERTY, THE COURT GAVE THE STAY, THE DILAPIDATED BUILDING WAS DEMOLISHED AS PER RULES CMO, NOPA, UNDER PRESSURE FROM BJP KAMLESH VAIDYA