अब प्रशासनिक चूक से असमय मौतो को नहीं सहेंगे हम, घटना से नाराज नागरिको ने किया पैदल मार्च

बालाघाट. गत 13 दिसंबर को भटेरा रेलवे क्रार्सिंग के पास सेंट मेरी स्कूल की शिक्षिका प्रेरणा पति हर्ष अग्रवाल की असामायिक मौत के बाद लोगों का आक्रोश प्रशासनिक लापरवाही पर फूटा. शहर के राजनीतिक दलों से जुड़े प्रतिनिधियों, विभिन संगठनों और नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने आज सड़क हादसे मंे जान गंवा चुकी स्व. प्रेरणा अग्रवाल को श्रद्वाजंली देने के बाद उसकी फोटो को लेकर पैदल मार्च किया और पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर शहर में प्रशासनिक चूक से हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की. नागरिकों का कहना था कि अब प्रशासनिक चूक से असामायिक मौतों का सहन नहीं किया जायेगा और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतारकर आंदोलन भी किया जायेगा. इस दौरान नगर के सैकड़ो नागरिक मौजूद थे.

पैदल मार्च में शामिल सुरजीतसिंह ठाकुर ने कहा कि नगर में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं मंे आये दिन, किसी न किसी के घर के सदस्य को जान गंवानी पड़ रही है, जो काफी दुःखद है, विगत दिनों नगर के प्रतिष्ठित अग्रवाल परिवार की बहु की सड़क हादसे में दुःखद मौत हो गई. भविष्य में ऐसी घटनाओ की पुनर्रावृत्ति न हो, इसलिए प्रशासन के समक्ष शहर के नागरिकों ने अपनी बात रखी है. प्रशासन से मांग की है कि वह शहरी क्षेत्र में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के माकूल इंतजाम करें. जिसके लिए शहर को अतिक्रमण मुक्त कर यातायात के लिए सुचारू व्यवस्था बनाई जायें, ताकि फिर किसी के घर के सदस्य को इस तरह सड़क दुर्घटना में अपनी जान न गंवानी पड़े.

नागरिकों ने यातायात व्यवस्था बनाने रखी मांग

नागरिकांे कहा कि प्रशासन की अनदेखी के कारण बेकसूरों की जान घटित हादसों में जा रही है. बावजूद प्रशासन मौन है. जो समझ से परे हैं. 13 दिसंबर को भटेरा चौकी में कूल जा रही शिक्षिका श्रीमती प्रेरणा अग्रवाल की ट्रक की चपेट में आने से अकस्मात मौत हो गई. इस मौत ने अनेक उन सवालो को जन्म दिया जो प्रशासनिक लापरवाही को प्रदर्शित करता है. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र की अनदेखी का भुगतमान जनता को भुगतना पड़ रहा है. इस तरह के हादसो की पुनर्रावृत्ति किसी अन्य के साथ भविष्य में घटित ना हो इसके लिए बालाघाट नगर के अनेक स्थानो के साथ खासकर भटेरा चौकी के बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद किया जायें.

इसके अलावा नागरिकों ने बालाघाट नगर एवं बालाघाट-नैनपुर राज्य मार्ग पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त कर जल्द ही मुक्त जमीन पर आवश्यक निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया जायें, स्कूल के समय में भारी वाहनो का प्रवेश निषेध किया जायें, सेंट मैरी इंग्लिश मीडियम स्कूल भटेरा चौकी के लगने और छूटने के समय बोदा पाड़न पर ट्रैक्टरों और अन्य बड़े वाहनों का परिचालन पूर्ण रूप से बंद रखने, गोंदिया रोड सरेखा, बैहर चौकी, भटेरा चौकी और गर्रा चौकी में रेलवे ओव्हर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ करने, नगर के चारो ओर बाईपास रिंगरोड बनाये जाने, बस स्टेंड को शीघ्रताशीघ्र गोंगलई मंडी के पास स्थापित किये जाने, ट्रैक्टरो और डंपरों की गति पर लगाम लगाये जाने, भटेरा रोड से निकलने वाले अवैध रेत के ट्रेक्टरों पर रोक लगाई जाने, बालाघाट नगर और भटेरा चौकी मार्ग पर यात्री बसों के अघोषित स्टाप को बंद कराये जाने, नल-जल योजना निर्माण कार्य से जीर्णशीर्ण हुई सड़कों एवं गढ्ढो का पुनः निर्माण किये जाने और तेजी गति से वाहन चलाने वालों पर दंडात्मक कार्यवाही किये जाने की मांग, मांगपत्र के माध्यम सये की गई है. नागरिकों का कहना है कि मांगपत्र की समस्या और मांगों का जल्द से जल्द निराकरण नहीं किया जाता है तो शहर के आम नागरिक और अभिभावक आगामी समय में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे.  

बस की चपेट में आया गाय का पैर

कल ही भटेरा मार्ग पर नो-इंट्री समय में शहर में प्रवेश किये ट्रक की चपेट में आने से एक शिक्षिका की दर्दनाक मौत हो गई थी. वहीं आज फिर उसी मार्ग पर एक यात्री बस ने सड़क किनारे बैठी गाय के पैर को कुचल दिया. अभी शिक्षिका की मौत की गूंज ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि आज यात्री बस द्वारा गाय को जख्मी किये जाने के बाद एक बार लोगों का आक्रोश देखने को मिला. हालांकि समय रहते आक्रोश को थाम लिया गया और घटना के बाद घायल गाय को उपचारार्थ, पशु चिकित्सालय भिजवाया गया. बताया जाता है कि जायसवाल बस सर्विस की बालाघाट से नैनपुर के बीच चलने वाली बस गंतव्य की ओर जा रही थी, इस दौरान ही सड़क किनारे बैठी गाय के पैर को बस के चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए अपनी चपेट में ले लिया. जिससे गाय के एक पैर टूट गया है.

सीएसपी के साथ थाना प्रभारी और यातायात पुलिस ने किया भटेरा का निरीक्षण

शिक्षिक श्रीमती प्रेरणा अग्रवाल की मौत के बाद लोगों में सड़क हादसो को लेकर नाराजगी के बाद आज पुलिस प्रशासन के सीएसपी, कोतवाली थाना प्रभारी और यातायात पुलिस ने भटैरा चौकी का पैदल निरीक्षण किया और सड़क तक आ चुके अतिक्रमण को हटाने अतिक्रमणकारियों को निर्देशित किया. इस दौरान सड़क तक आ चुके कुछ अतिक्रमणों को भी हटाया गया. घटना के बाद प्रशासन का जागना, आग लगने के बाद कुंआ खोदना की कहावत को चरितार्थ करता है.


Web Title : NOW, WE WILL NOT BE ABLE TO ENDURE UNTIMELY DEATHS FROM ADMINISTRATIVE LAPSES, WE HAVE BEEN ANGERED BY THE INCIDENT.