बालाघाट जिले में बारिश का ऑरेंज अलर्ट, भारी से अतिबारिश की चेतावनी, धान और दलहनी फसलों को नुकसान

बालाघाट. विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद बालाघाट को ऑरेंज अलर्ट में रखा है. जिससे आगामी दिनों में फिर भारी से अतिबारिश हो सकती है. जिले मंे लगातार बारिश के कारण जहां समर्थन मूल्य में रखी गई धान को काफी नुकसान पहुंचा है, वहीं खेत में लगी दलहनी फसले भी प्रभावित हुई है. 31 दिसंबर से जिले में प्रारंभ हुई बारिश का सिलसिला तीसरे दिन 2 जनवरी को भी जारी रहा. 2 जनवरी को जिले के समनापुर, निलजी, पल्हेरा, मलाजखंड, बिरसा, मोहगांव धपेरा, बल्हारपुर और मरेरा सहित अन्य स्थानों पर तेज बारिश और ओले गिरने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है वहीं खुले में पड़ी अधिकांश धान पानी में भीगकर बर्बाद हो गई है. जिन किसानों की धान की गहानी अब तक नहीं हो सकी है उन्हें भी इस वर्षा से नुकसान हो सकता है.

जिले में पिछले 24 घंटे में मौसम में परिवर्तन के कारण बालाघाट जिले में पिछले दो दिनों से वर्षा हो रही है. इस वर्षा के कारण गेहूं, चना की फसल को जरूर लाभ होगा, लेकिन अधिक पानी बरसने से नुकसान होने की भी आशंका है. 02 जनवरी को प्रातः 08 बजे तक 24 घंटों के दौरान बालाघाट जिले में 27 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई है. इस अवधि के दौरान बालाघाट तहसील में 18 मिमी, बैहर में 20 मिमी, बिरसा में 28 मिमी, परसवाड़ा में 31 मिमी, किरनापुर में 29 मिमी, लालबर्रा में 06 मिमी, खैरलांजी में 18 मिमी, वारासिवनी में 40 मिमी, कटंगी में 17 मिमी एवं तिरोड़ी तहसील में 91 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है.

जिले में इन दिनों हो रही वर्षा के कारण समर्थन मूल्य पर धान के उपार्जन का कार्य भी प्रभावित हुआ है. वर्षा के कारण किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे आगामी दो दिनों तक खरीदी केन्द्रों पर अपना धान बिक्री के लिए लेकर न आये. मौसम साफ होने पर ही किसान धान लेकर आये. इस बीच जिन किसानों को धान लाने के लिए एसएमएस प्राप्त हुआ है उसे भी अमान्य किया जायेगा. किसानों को पुनः एसएमएस भेजा जायेगा. एनआईसी भोपाल से कहा गया है कि बालाघाट जिले में मौसम साफ होने तक किसानों को धान खरीदी से संबंधित एसएमएस न भेजा जाये. मौसम खुलने पर ही किसानों को एसएमएस भेजने की व्यवस्था करने कहा गया है.

जिले में इन दिनों मौसम के परिवर्तन के कारण पिछले दो दिनों से वर्षा हो रही है और बादल छटने के बाद शीतलहर चलने एवं पाला पड़ने की संभावना बन सकती है. ऐसी स्थिति में किसानों को कृषि विभाग द्वारा सलाह दी गई है. उप संचालक कृषि श्री गौर ने जिले के किसानों को सलाह दी है कि शाम को आसमान साफ हो, हवा बंद हो, तापमान कम हो तो सुबह पाला पडने की सम्‍भावना होती है. पाले की संभावना होने पर बचाव के लिए सुबह 4 बजे से खेत पर धुआं करें और हल्‍की सिंचाई करें. पौधों को पुआल पालीथीन शीट से ढंक दें. ध्‍यान रखें कि पौधों का दक्षिण पूर्वी भाग खुला रहें. सल्‍फर डस्‍ट 8 से 10 किलो प्रति एकड भुरकाव करें या घुलन शील सल्‍फर 45 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में स्‍प्रे करें या थायो यूरिया 7 से 8 ग्राम प्रति 15 लीटर पंप से स्‍प्रे करें या व्‍यापारिक गंधक का तेजाब सल्‍यूरिक एसिड 15 मिली लीटर प्रति पंप स्‍प्रें करें.

 जैविक समाधान के लिए गौमूत्र ताजा हो तो 500 मिली लीटर पुराना 250 मिली लीटर प्रति पंप स्‍प्रे करें या 500 मिली लीटर कच्‍चा दूध प्रति पंप स्‍प्रे करें या सादा ग्‍लूकोस 25 से 30 ग्राम  पंप स्‍प्रे करें. यदि फसल प्रभावित हो गई हो तो तुरन्‍त ग्‍लूकोस का स्‍प्रे करें. स्‍थाई समाधान के लिए खेत के उत्‍तर पश्चिम में वायुरोधक वृक्ष लगायें.

कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले में चल रही शीत लहर एवं इन दिनों हो रही वर्षा को देखते हुए जिले के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं कक्षा नर्सरी से 12 वीं तक के सभी शासकीय, अशासकीय, केन्द्रीय एवं सीबीएसई पाठ्यक्रम वाले स्कूलो में 04 जनवरी 2020 तक के लिए अवकाश घोषित कर दिया है.


Web Title : RAIN ALERT IN BALAGHAT DISTRICT, HEAVY TO OVERRAIN WARNING, DAMAGE TO PADDY AND PULSES CROPS