बालाघाट. 9 जुलाई की रात पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली 19 वर्षीय नंदे का शव परिजनों के लेने नहीं पहुंचने पर आज 16 जुलाई को सातवें दिन पुलिस ने जिला अस्पताल की मर्चुरी में सुरक्षित रखे शव को निकालकर प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में उसका कफन, दफन किया गया. इस दौरान तहसीलदार रामबाबु देवांगन, नगर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र यादव और कोतवाली थाना प्रभारी महेन्द्रसिंह ठाकुर, ग्रामीण थाना प्रभारी सी. के. पटेल सहित अन्य थाना प्रभारी मौजूद थे.
गौरतलब हो कि लांजी थाना क्षेत्र के देवरबेली चौकी अंर्तगत पुजारी टोला में 9 जुलाई की रात पुलिस एवं हॉकफोर्स और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो ईनामी नक्सली अशोक उर्फ मंगेश तथा महिला नक्सली नंदे को सुरक्षाबलांे के जवानों ने मार गिराया था. जिनके शवों को घटनास्थल से बरामद करने के बाद पुलिस ने 10 जुलाई को नक्सलियों के शवांे का पोस्टमार्टम करवाया था. जिसमें नक्सली अशोक उर्फ मंगेश के शव को उसके परिजन लेकर गये थे. जिसका अंतिम संस्कार परिजनों द्वारा किया गया. लेकिन महिला नक्सली का शव परिजनों के नहीं पहुंचने से पुलिस ने उसे सुरक्षित मर्चुरी में रखवा दिया था और परिजनों को शव ले जाने की सूचना भी दे दी गई थी. इन सात दिनों तक जिला अस्पताल के मर्चुरी में महिला नक्सली का शव पुलिस सुरक्षा में रखा था.
सात दिनांे तक महिला नक्सली के शव को लेने परिजनों के नहीं पहुंचने के बाद प्रक्रिया के तहत पंचनामा कार्यवाही का महिला नक्सली के शव को जागपुर घाट से डेंजर रोड की ओर जाने वाले मार्ग से लगे मरघटी में गढ्ढा खोदकर उसके शव को आज 16 जुलाई को महिला नक्सली के शव को प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस की मौजूदगी में दफन कर दिया गया.
इनका कहना है
महिला नक्सली के शव को लेने परिजनों को जानकारी भेजी गई थी, लेकिन उनके नहीं पहुंचने पर आज विधिवत प्रक्रिया के तहत पंचनामा कार्यवाही कर प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में मोक्षधाम स्थल के पास दफन कर दिया गया. यदि परिजन आते है तो विधिवत शव को निकालकर परिजनांे को सौंप दिया जायेगा.
आकाश भूरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक