स्व-सहायता समूह संगठन के रसोईयां ने जनप्रतिनिधियों को घेरा, मांगो के निराकरण की मांग, हड़ताली रसोईयां का चक्काजाम और जेल भरो आंदोलन 20 को

बालाघाट. केन्द्रीय मध्यान्ह भोजन रसोईयां संघ से संबद्ध मध्यप्रदेश स्वसहायता समूह संगठन मिड-डे मिल वर्कर्स संगठन से जुड़े रसोईयांे ने मानदेय नहीं मिलने से परेशान होकर 15 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर है. जिला पंचायत के सामने पंडाल लगाकर अनिश्चतकालीन हड़ताल पर बैठे स्वसहायता समूह रसोईयां की अनिश्चिकालीन हड़ताल 19 फरवरी को पांचवे दिन भी जारी रही. हालांकि इस हड़ताल अवधि के दौरान कोई भी जिम्मेदार अधिकारियों ने आकर उनकी समस्याओं पर चर्चा नहीं की है. जिससे जिले के रसोईयांे में नाराजगी है. मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रसोईयां ने 19 फरवरी को बालाघाट में जनप्रतिनिधियों को घेरकर अपनी मांगो से अवगत कराया. जिस पर जनप्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया है कि वह रसोईयांे की मांगो से मुख्यमंत्री को अवगत करायेंगे. शुक्रवार को बालाघाट पहुंचे राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को रसोईयां महिलाओ ने सर्किट हाउस में घेरकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिस पर मंत्री रामखेलावन पटेल ने आश्वस्त किया है कि वह रसोईयों की मांगो को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगें. इसके अलावा रसोईयों ने संगठन प्रदेश प्रभारी देवनाथ पंचेश्वर के नेतृत्व में पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन के निज-निवास भी पहुंचे. हालांकि यह पूर्व मंत्री एवं विधायक नहीं होने से रसोईयां महिलाओं ने जिला पंचायत प्रधान श्रीमती रेखा बिसेन और युवा नेत्री मौसम हरिनखेड़े से मांगो के निराकरण को लेकर चर्चा की. रसोईयां महिलायें यही नहीं रूकी बल्कि सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश शासन के खनिज निगम अध्यक्ष और विधायक प्रदीप जायसवाल के वाहन को रोककर भी महिलाओ ने अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपा.  

संगठन प्रदेश प्रभारी देवनाथ पंचेश्वर ने कहा कि स्वसहायता समूह द्वारा बनाये जाने वाले मध्यान्ह भोजन के रसोईयां द्वारा कोरोना महामारी के दौरान न केवल महामारी से जागरूकता के लिए कार्य किया अपितु एमडीएम के तहत बच्चों को बांटे जाने वाले चांवल, तेल का वितरण भी किया, लेकिन जुलाई से मानदेय के रूप में प्रतिमाह मिलने वाली 2 हजार रूपये की राशि का भुगतान आज तक नहीं मिला है. जिसे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में वह अन्य जगह रोजगार में जाते है तो फिर स्कूल खुलने पर उन्हें इसी काम में लौटना होगा. हमारी शासन, प्रशासन से मांग है कि या तो काम दे या फिर जुलाई से रूका मानदेय हमें प्रदान करें.  

उन्होंने कहा कि शासन, प्रशासन का ध्यानाकर्षण करवाये जाने के बाद भी मध्यान्ह भोजन रसोईयांे की मांग पर कोई ध्यान नहीं देने से परेशान और आक्रोशित होकर प्रदेश आव्हान पर मध्यप्रदेश स्वसहायता समूह संगठन के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन की शुरूआत 15 फरवरी से की गई है. जिसमें जिले के मध्यान्ह भोजन में लगे रसोईयां अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है, उन्होंने कहा कि आगामी शनिवार 20 फरवरी को अपनी मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रसोईयां मुख्यालय में चक्काजाम, कलेक्टर कार्यालय का घेराव सहित जेल भरो आंदोलन करेंगे. जिसमें जिले के रसोईयों से अधिकाधिक संख्या में शामिल होने की अपील जिलाध्यक्ष हेमलता पंचेश्वर सहित पदाधिकारियों ने की है.


Web Title : THE KITCHENS OF THE SELF HELP GROUP ORGANISATION HAVE CORDONED OFF THE PUBLIC REPRESENTATIVES, DEMAND FOR REDRESSAL OF DEMANDS, CHAKKAJAM OF STRIKING KITCHENS AND JAIL BHARO AGITATION 20