बेटियों ने बढ़ाया जिले का मान, सतीश ने किये जिले को गौरान्वित, दसवीं का परिणाम निराशाजनक, बारहवी के परिणाम ने रखी लाज

बालाघाट. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज 15 मई को दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये. जिसमें बालाघाट से हाईस्कुल परीक्षा में चार बालिकाओं ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराकर जिले का मान बढ़ाया है. वहीं बारहवी कक्षा में नगर के अरबन स्कूल के छात्र सतीश चौधरी ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में गणित समूह मंे आठवां स्थान हासिल कर जिले को गौरान्वित किया है. इस वर्ष दसवीं का परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहा. इस वर्ष परीक्षा परिणाम 5. 13 प्रतिशत कम रहा है. जहां दसवी का परीक्षा परिणाम बीते 2018 में 67. 56 प्रतिशत था तो इस वर्ष 2019 में परीक्षा परिणाम 62. 43 प्रतिशत है. जिसमंे लड़के और लड़कियों के पास संख्या में भी कमी आई है. जहां बीते 2018 में हाईस्कुल परीक्षा में 69. 62 प्रतिशत छात्रायें और 64. 95 प्रतिशत छात्र पास हुए थे. वहीं इस वर्ष 2019 में यहां आंकड़ा नीचे गिरकर 59. 19 प्रतिशत छात्र और 64. 98 प्रतिशत छात्राओं का रह गया है. वहीं बारहवी के परीक्षा परिणाम में 8. 9  प प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसने जिले की लाज बचा ली. इस वर्ष 2019 में पूरे जिले में हायर सेकेंडरी का परीक्षा परिणाम 76. 65 रहा. जबकि बीते 2018 में 67. 75 प्रतिशत था. बीते वर्ष 2018 में 67. 91 प्रतिशत छात्र और 67. 75 प्रतिशत छात्राओं ने परीक्षा पास की थी तो इस वर्ष 2019 में 75. 23 प्रतिशत छात्र और 77. 72 प्रतिशत छात्राओं ने परीक्षा पास की है. औसतन देखा जायें तो एक बार फिर छात्राओं ने बोर्ड परीक्षाओ में छात्रों से आगे निकलकर जिले, स्कूल और परिवार का नाम गौरान्वित किया है. दसवीं में छात्रो की अपेक्षा 64. 98 प्रतिशत और हायर सेकेंडरी स्कूल में 77. 72 प्रतिशत छात्राओं ने परीक्षा पास की है. जो छात्रों के प्रतिशत से ज्यादा है.

बेटी त्रिवेणी, मोनिका, आंचल और रूपाली ने बढ़ाया जिले, स्कूल और परिवार का नाम

भले ही जिले का दसवीं का परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहा हो किन्तु दसवीं की परीक्षा में ही जिले की चार बेटियों ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कर जिले, स्कूल और परिवार का मान बढ़ाया है. शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परसवाड़ा की छात्रा त्रिवेणी पिता संजय राहंगडाले, 98 प्रतिशत अंक अर्जित कर प्रदेश की प्रावीण्य सूची में 9 वे स्थान पर रही. जबकि वैदिक कान्वेंट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लालबर्रा की छात्रा मोनिका पिता रामेश्वर बसेने ने 98 प्रतिशत अंक के साथ 9 वां स्थान, शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय रामपायली की छात्रा आंचल पिता दिलीप सोनबिरसे ने 97. 8 प्रतिशत के साथ दसवां और एमसीएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालाघाट की छात्रा रूपाली पिता सालिकराम पारधी ने दसवां स्थान हासिल किया है. जिससे उनके क्षेत्र, स्कूल और परिवार में खुशी का माहौल है और क्षेत्रीय पत्रकारों ने नाम कमाने वाली छात्राओं से उनके भविष्य को लेकर चर्चा करते हुए उन्हें उनकी सफलता पर बधाई दी.

सतीश ने किया जिले को गौरान्वित

जहां बेटियों ने जिले का मान बढ़ाया है वहीं सतीश ने भी जिले को गौरान्वित किया है. नगर के अरबन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रा सतीश पिता नुपेन्द्र चौधरी, जिले के ऐसे इकलौते छात्र है, जिनका नाम प्रदेश की बारहवी प्रावीण्य सूची में दर्ज है. सतीश चौधरी ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में गणित समूह में आठवां स्थान अर्जित किया है. परीक्षा परिणाम के बाद सतीश ने 500 अंक में 476 अंक के साथ 95. 2 प्रतिशत अंक अर्जित किया है.  

होनहारांे के है बड़े सपनें

कहते है पूत के पांव पालने में दिखाई देते है, ऐसा ही कुछ दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणाम में प्रदेश की सूची में नाम दर्ज कराने वाले होनहारों के सपने भी बड़े है, कोई आईआईटी के माध्यम से आईटी सेक्टर में जाना जाता है, तो किसी का ख्वाब आईएएस अफसर तो कोई शिक्षक बनकर गरीब बच्चों को पढ़ाना चाहता है.  

आईएएस अधिकारी बनना चाहता है सतीश

बारहवी परीक्षा परिणाम में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराने वाला नगर के अरबन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का छात्र सतीश चौधरी आईएएस आफिसर बनना चाहता है. किसान परिवार मंे इकलौते सुपुत्र सतीश ने अपनी इस सफलता का श्रेय स्कूल प्राचार्य शिवचरण बिसेन, शिक्षक गुलशन शरणागत, जगदीश पंजाबी, रंजीत चंदेल, पिता नुपेन्द्र चौधरी, माता श्रीमती पूजा चौधरी और बहन को देते हुए कहा कि सेल्फ स्टडी और कड़ी मेहनत ही सफलता दिलाती है. परिवार के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन के कारण ही आज मैं यह सफलता अर्जित कर सका. उसका कहना है कि उसे बचपन से ही आईएएस ऑफिसर बनने का सपना देखा करता था और आज यह सफलता पाकर मुझे विश्वास है कि मैं अपने सपने को पूरा कर पाउंगा.

त्रिवेणी का सपना आईपीएस अधिकारी बनना, भाई जिले की प्रावीण्य सूची में फर्स्ट

कक्षा दसवीं की परीक्षा में छात्रा त्रिवेणी राहंगडाले ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज किया है तो भाई दैनिश राहंगडाले ने जिले की प्रावीण्य सूची में गणित समूह से प्रथम स्थान हासिल कर अपना दर्ज कराया है. दोनो ही भाई बहन शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परसवाड़ा में अध्यनरत थे.  

बहन त्रिवेणी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता संजय राहंगडाले, भाई और स्कुल के गुरूजनों को देती है. सफलता अर्जित करने के बाद प्रेस से मुलाकात करते हुए त्रिवेणी ने बताया कि आज उसे बहुत खुशी हो रही है, वह हमेशा से ही गांव का नाम रोशन करना चाहती थी और आज इस सफलता से वह हो गया है. आंचल आईपीएस अधिकारी बनना चाहती है ताकि वह देश और समाज की सेवा कर सकें. तो भाई दैनिश भी अपना श्रेय गुरूजनों, परिवारजनों को देते है. गौरतलब हो कि दानिश राहंगडाले ने भी 10 वीं की परीक्षा में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में नाम दर्ज कराया था. जिसके नक्शे कदम पर बहन ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची मंे नाम दर्ज कराया है.

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नाम कमाना चाहती है मोनिका

प्रदेश की प्रावीण्य सूची में वैदिक कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा मोनिका बसेने स्कूल में गुरूजनों और परिवार में माता, पिता के सहयोग को अपनी सफलता का श्रेय देती है. छात्रा मोनिका टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नाम कमाना चाहती है, हालांकि उसका पूरा ध्यान अब बारहवीं में बेहतर प्रदर्शन का है ताकि वह वह अपने सपने को पूरा कर सकें. सिविल सर्विसेस को लेकर भी उसका दृष्टिकोण साफ है, इस क्षेत्र में भी अवसर मिलने वह जाने नहीं देना चाहती. मोनिका का प्रिय विषय गणित है और वह इसी के साथ अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती है.

चायवाले की बेटी ने क्षेत्र को दिलाया गौरव, शिक्षक बनना चाहती है आंचल

जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय की छात्रा आंचल ने अपने स्कूल का नाम प्रावीण्य सूची में दर्ज कराया है. आंचल के पिता दिलीप सोनबिरसे का छोटा सा चाय का व्यवसाय है. बताया जाता है कि चाय बेचकर उसके पिता परिवार का जीविकोपार्जन करते है. बेटी की सफलता की खबर मिलने के बाद वह अत्यधिक प्रसन्न है. चाय वाले की बेटी ने गुरूजनों के मार्गदर्शन और परिवार की हालत के बावजूद पढ़ाई में कोई कसर बाकी नहीं रखी और आज रामपायली का नाम प्रदेश तक रोशन किया. जिसे क्षेत्र का गौरव बढ़ा है. आंचल शिक्षक बनकर गरीब बच्चों की पढ़ाई में अपना योगदान देना चाहती है.  

आईआईटी क्षेत्र में कैरियर बनना चाहती है रूपाली

नगर के एमसीएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा रूपाली पारधी ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में दसवां स्थान अर्जित कर स्कूल और परिवार का नाम गौरान्वित किया है. अभी वह आईआईटी की तैयारी कर रही है, दूरभाष पर चर्चा करते हुए रूपाली ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के गुरूजन और परिवारजनों को देते हुए कहा कि वह आईआईटी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहती है. उसका कहना है कि सफलता का रास्ता कठिन और संघर्षमयी के साथ ही बड़ा आसान भी है, रोजाना पढ़ाई, शिक्षकों और परिवार के लोगों के मार्गदर्शन में यदि आप पढ़ाई करते है तो निश्चित ही वह सफल होता है. पिता सालिकराम पारधी का भी मानना है कि सफलता रास्ते में पड़ी हुई नहीं मिलती है, वह केवल संघर्ष से ही मिलती है और वही उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई के दौरान दिया.  

दसवीं की जिला प्रावीण्य सूची में इन्होंने दर्ज कराया नाम

हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में जिला प्रावीण्य सूची में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर जिले के अलग-अलग विद्यालय के छात्र, छात्राओ ने अपना नाम दर्ज कराया है. जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मिरगपुर की छात्रा फानीशा पिता योगेन्द्र देशमुख और एमसीएच उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालाघाट के छात्र मानक पिता दिनेश मोर ने प्रथम, अरिहंत इंग्लिश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कटंगी की छात्रा श्रुति पिता मनोज चौकसे, अरिहंत इंग्लिश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कटंगी की छात्रा चारू छिपेश्वर, शासकीय मॉडल स्कूल बैहर बालाघाट की छात्रा नेहा पिता शंकर मानेश्वर, बाला भाऊ देवरस हाईस्कूल कारंजा की छात्रा सुधा पिता लोकचंद मछिरके और शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय की छात्रा मनीषा पिता राजकुमार राणा ने द्वितीय और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाथरगांव के छात्र रौनक पिता तिलकेश्वर ऐड़े ने तृतीय स्थान अर्जित किया है.

बारहवी की जिला प्रावीण्य सूची में इन्होने किया नाम दर्ज

हायर सेकेंडरी बोर्ड परीक्षा में जिला प्रावीण्य सूची में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर जिले के अलग-अलग विद्यालय के छात्र, छात्राओ ने अपना नाम दर्ज कराया है. जिसमें कला समुह में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट के छात्र अनम पिता मो. युनुस कुरैशी ने प्रथम स्थान एवं शासकीय उच्चतर माध्यमि विद्यालय कारंजा के छात्र विशाल पिता दिलीप अमबाडे ने द्वितीय स्थान, गणित समूह में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परसवाड़ा के छात्र दैनिक पिता संजय राहंगडाले ने प्रथम, गांधी विद्यामंदिर वारासिवनी की छात्रा रूचिता पिता किरण कुमार कुंभारे ने द्वितीय और बालाघाट पब्लिक स्कूल बालाघाट की छात्रा सम्भवि पिता पार्शवेन्द्र पारधी, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट के छात्र तेजस पिता धनीराम नगपुरे और मयुरकंठ पिता कवनलाल टेंभरे ने तृतीय स्थान, वाणिज्य समूह में दादाबाड़ी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालाघाट की छात्रा साक्षी पिता हीरालाल शर्मा ने प्रथम और रोशनी पिता किशोर टांक ने द्वितीय स्थान तथा कृषि समूह में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट के छात्र वैनीश पिता विनोद ग्वालवंशी ने प्रथम स्थान अर्जित किया है.  


इनका कहना है

इस वर्ष दसवीं का परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत कम रहा है, जबकि बारहवी का परीक्षा परिणाम अच्छा है. दसवीं के परीक्षा परिणाम को लेकर विभागीय समीक्षा की जायेगी. कम रिजल्ट के कारणों का पता कर नये सत्र की परीक्षा के लिए उसमें सुधार किये जायेंगे. यदि किसी स्कूल का परीक्षा परिणाम खराब होगा तो विभागीय प्रक्रिया के तहत नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी. परीक्षा में सफल बच्चों को शुभकामनायें और असफल परीक्षार्थी निराश न हो.

राजेन्द्र लटारे, जिला शिक्षा अधिकारी


Web Title : THE RESULTS OF THE DISTRICT, THE RESULT OF A DISMAL, THE TENTH, THE RESULT OF THE TWELFTH