बालाघाट. कोतवाली पुलिस ने वर्ष 2017 में ट्रेजरी में हुई मारपीट मामले में गत 10 दिसंबर को गवाह देने बालाघाट न्यायालय पहुंचे रूपझर थाना अंतर्गत डोरा चौकी में पदस्थ आरक्षक पवन कुशवाह को गवाही देने में धमकाने के मामले मंे पुलिस ने दो आरोपी गौली मोहल्ला निवासी 26 वर्षीय ओरिश पिता नरेन्द्र स्वामी और सोगापथ निवासी जस्वीन उर्फ जस्सु पिता गौतम मेहता को गिरफ्तार किया है.
पुलिस द्वारा गवाह देने आये आरक्षक को धमकाने वाले दोनो आरोपी वर्ष 2017 में ट्रेजरी में आरक्षक प्रदीपसिंह राजपूत के साथ हुई मारपीट मामले में भी शामिल थे. गौरतलब हो कि 7 सितंबर 2017 को ट्रेजरी की सुरक्षा में तैनात आरक्षक प्रदीपसिंह राजपूत के साथ मारपीट हुई थी. जिसमे पुलिस ने मामला दर्ज कर संपूर्ण विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया था. जिसमें मामले की सुनवाई न्यायालय में चल रही है. जिसमें 10 दिसंबर को आरक्षक पवन कुशवाहा गवाही देने बालाघाट पहुंचा था. जिसे आरोपी ओरिश स्वामी और जस्वीन उर्फ जस्सु ने गवाह पवन कुशवाहा को गवाही देने पर जान से मारने और जहां कार्यरत है वहां आकर निपटा देने की धमकी दी थी. जिस पर पुलिस ने आरक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच में लिया था. जिसमंे पुलिस ने दोनो ही आरोपी को शहर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है.