इंसाफ के लिए भटक रही एक रात की दुल्‍हन

धनबाद. कहा जाता है कि प्रेम की कहानी कभी सुखदायी नहीं होती है. ज्यादातर प्रेम कहानी का अंत दुखदायी ही होता है. अब धनबाद के मटकुरिया रोड की रहने वाली बॉबी प्रवीण को ही लीजिए. अपने मोहल्ले के रहने वाले शहजादा खान को दिल दे बैठी.

बॉबी का शहजादा बनने के बाद प्रेमी भी खूब मीठी-मीठी बातें करता था. प्रेम में दोनों ने साथ जीने और साथ मरने की कसमें खाई. फिर निकाह हुआ. इसके बाद जो कुछ भी हुआ वह किसी के साथ न हो. शहजादा ने एक रात की दुल्हन बनाकर बॉबी की दुनिया की दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया.  

शादी के बाद देहज में 3 लाख रुपये की मांग

प्रेमी द्वारा ठुकरा दिए जाने के बाद मारुफगज, मटकुरिया रोड़ की रहने वाली 24 वर्षीय बाबी परवीन अब न्याय के लिए भटक रही हैं. बॉबी ने जिससे प्यार किया उसी से शादी भी हुई, लेकिन उसे क्या पता था कि जो प्रेमी से पति बना है वहीं महज सुहागरात के बाद ही दुनिया भर की ठोकरं खाने के लिए छोड़ देगा.  

उसे यह भी पता नहीं था कि बिना स्वार्थ के प्यार करने वाला प्रेमी जब पति बनजाएगा तो उसे दहेज की लालसा होगी. महज एक रात ससुराल में बिताने के बाद से ही बॉबी को घर से निकाल दिया गया. पति और ससुरालवालों ने दहेज के रूप में तीन लाख रुपये और जेवरात की मांग को लेकर यह जुल्म बॉबी पर किया.  

बॉबी ने बैंक मोड़ थाना में अपनी प्राथमिकी भी दर्ज करायी, लेकिन डेढ़ माह का समय बीतने के बाद भी अब तक पुलिस एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पायी है.

बॉबी की प्रेम कहानी वर्ष 2018 में शुरू हुई. उसे अपने मोहल्ला के रहने वाले शहजादा खान से प्यार हो गया. समय बीतने के साथ दोनों के बीच की दुरियां कम हुई और मिलने-जुलने का सिलसिला चल पड़ा. प्रेम परवान चढ़ा. पहले तो दोनों की शादी को लेकर परिवारों में अनबन हुई, लेकिन इन प्रेम दीवानों के आगे दोनों परिवार झूक गए और अपनी रजामंदी दे दी.  

मुस्लिम रीति रिवाज से इसी साल 10 अगस्त 2020 को निकाह पढ़ा गया, लेकिन 11 अगस्त की सुबह बॉबी पर आफत बन कर टुटी. बेइंतहा प्यार करने वाले शहजादा खान ने तीन लाख रुपयों की मांग कर दी. इतना ही नहीं घर का सारा सामान लेकर आने को कहा गया और ससुराल से मायका के लिए उसे विदा कर दिया गया.  

बॉबी पिता के घर पहुंची तो सारा माजरा बताया. पिता और समाज के लोगों ने जाकर शहजादा खान और उसके परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं मानें. तंग आकर बॉबी ने दो अक्टूबर 2020 को बैंक मोड़ थाने में पति और ससुरालवालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी. इतना ही नहीं बॉबी ने अपनी फरियाद धनबाद महिला थाना पुलिस से भी की, लेकिन यहां भी उसे कोई मदद नही मिली. बॉबी पिछले डेढ़ माह से न्याय के लिए बैंक मोड़ और महिला थाना का चक्कर लगा रही है.