CITY LIVE EXCLUSIVE: कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से पहले ही आइसोलेशन वार्ड से भागकर घर आ गए थे भाई-बहन, लोयाबाद में हड़कंप

- मुंबई से लौटे परिवार ने छुपाई थी ट्रैवलहिस्ट्री, पीएमसीएच से पहले घर में रुके थे एक रात

-एक्शन में विभाग,  घर में  रह रहे पीड़ित व रिश्तेदार के परिवार के 7 सदस्य ले जाए  जांच को

लोयाबाद ( सिकन्दर की रिपोर्ट ) :  कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को लेकर इतने प्रचार-प्रसार के बावजूद कई लोग अब भी लापरवाह बने हुए हैं. उनकी यह लापरवाही पूरे समाज पर भारी मुसीबत ला सकती है. मुंबई से लोयाबाद पांच नम्बर लौटे जिस प्रवासी मजदूर परिवार के बेटी (17) और बेटा(12) की पीएमसीएच में रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है,  उसकी गतिविधियों के बारे में चौंकानेवाला चिंताजनक खुलासा हुआ है.  

ग्रामीणों की मानें, तो इस संक्रमित परिवार ने ना केवल अपनी ट्रैवेल हिस्ट्री ही छुपाई बल्कि स्वाब की जांच रिपोर्ट आने के पहले ही परिवार के तीन सदस्य (बेटा, बेटी और माँ ) पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड से भाग कर अपने घर आ गए. इससे लोयाबाद के लोगों में हड़कंप मच गया है.

ग्रामीणों के मुताबिक़ पिता के साथ बाइक पर बेटा शनिवार को और माँ-बेटी रविवार की सुबह बाइक से घर लौट आई. रविवार शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद डॉक्टर ने 7 बजे पिता को रिपोर्ट ले जाने के लिए दोनो बच्चों को साथ लेकर अस्पताल आने को कहा. अस्पताल पहुंचते ही दोनों बच्चों को कोविड 19 हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया.

यह है पूरी ट्रेवल हिस्ट्री :  मुंबई से आने के बाद एक रात घर पर रुका था परिवार

दोनों बहन-भाई के पिता प्रवासी मजदूर हैं. मुंबई में काम करते थे. पिता की मानें तो वह अपने जीजा के साथ दो अलग-अलग टेम्पू से मुम्बई से 13 मई को निकले थे. 18 मई को पारसनाथ पहुंचे. वहां से टाटा मैजिक मालवाहक एक वाहन के डाला में बैठक कर पीड़ित परिवार 18 मई को दिन के 2 बजे लोयाबाद स्थित अपने घर पहुंचा. रात में परिवार घर पर ही रहा. 19 मई को थाना पहुंचा जहां से थाना प्रभारी उसे जांच के लिए पीएमसीएच भेजा. इससे पहले उसने बिना घर गए, पारसनाथ से सीधे लोयाबाद थाना पहुंचने की बात कही थी. पीएमसीएच में जांच होने के बाद दोनों बच्चे और उनकी मां को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया. पिता को होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहकर छोड़ दिया गया. भर्ती के दौरान पिता बाइक से लगातार पीएमसीएच आता-जाता रहा. शनिवार को वह पहले अपनी पत्नी और पुत्री को तथा रविवार को पुत्र को घर ले आया. घर में पीड़ित परिवार के चार सदस्यों के साथ चाचा-चाची के पांच सदस्यीय परिवार भी रहते हैं.

एक्शन में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस संग पहुंचा घर, 7 लोगों को जांच के लिए ले जाया गया 

रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद थाना प्रभारी रमेशचंद्र सिंह के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोयाबाद पहुंचकर बच्चे की माता-पिता से ट्रेवल हिस्ट्री की  विस्तृत जानकारी ली. इधर नगर निगम के द्वारा पीड़ित परिवार के साथ अन्य लोगों के आवासों को सैनिटाइज किया गया. स्वास्थ्य विभाग के टीम बच्चों के माता-पिता, चाचा-चाची और उनके 3 बच्चों को जांच के लिए पीएमसीएच धनबाद ले गई. विभाग के द्वारा बांस-बल्ली से इलाके को सील कर दिया गया है.  

 अब उपायुक्त लेंगे कंटेन्मेंट जोन और कर्फ्यू घोषित करने के बारे में निर्णय

सोमवार को लोयाबाद पहुंचे जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि जो जानकारियां एकत्र की गई हैं, वह उपायुक्त को सौंप दी जाएंगी.   उपायुक्त निर्णय लेंगे कि इस परिस्थिति में उस इलाके को कंटेन्मेंट जॉन घोषित किया जाय या नहीं. इस बीच विभाग पीड़ित परिवार के सम्पर्क में आने वाले लोगों के बारे में भी पता लगा रही है.

थाना में पुलिसकर्मियों से मिले थे कोरोना #पोजिटिव   

पीड़ित भाई -बहन के साथ परिवार थाना पहुंचा था. वहां पुलिसकर्मियों से भी मिला था. लोग इस बात को लेकर भी सशंकित हैं कि दोनों बच्चे अपने रिश्तेदारों के साथ मोहल्ले के लोगों से भी मिले होंगे.  

थाना में हर दिन शिकायतें लेकर दर्जनों लोग आते हैं. बावजूद नियमित रूप से थाने को सेनेटाइज नहीं किया जाता. टेबल - कुर्सियों का हर दिन नए लोग इस्तेमाल करते हैं. थाना प्रभारी रमेश चंद्र सिंह का कहना है कि रोजाना तो नहीं लेकि कभी-कभी सफाई या सेनेटाइजेशन होता है.