छाती में दर्द होना ह्रदय रोग भी हो सकता है इसे गैस की शिकायत समझने की भूल न करे : डॉ आशुतोष

धनबाद. डायबिटीज, मोटापा, ब्लड प्रेशर की बीमारी में ह्रदय रोग होने की संभावनाएं ज्यादा रहती है. पिछले ढाई दशक में भारत मे ह्रदय रोगियों की मृत्यु में 25 वर्षो में दोगुनी से ज्यादा वृद्धि हुई है. इस बीमारी से बचाव हेतु लोगो को जागरूक रहने की जरूरत है. उक्त बांते एशियन जालान अस्पताल के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ आशुतोष कुमार ने कही. विश्व हार्ट डे के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम के निमित उन्होंने संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया.

उन्होंने कहा तंबाकू का अत्यधिक सेवन, खानपान में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, खाने में नमक ज्यादा लेना, जंक फूड का सेवन, कोल्ड्रिंक आदि ह्रदय रोग होने के कारण बनते है. इस रोग से बचाव के लिए व्यक्ति को डायबिटीज, मोटापा, ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण रखने की जरूरत है. नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन, खाने में प्रोटीन का ज्यादा सेवन तथा नियमित जांच आवश्यक है.

उन्होंने कहा ह्रदय रोग तेजी से युवाओं में भी फैल रहा है. इसके पीछे उनका लाइफ स्टाइल काफी हदतक जिम्मेवार है. आज हर किसी के क्रियाशील रहने की आवश्यकता है. निठल्ले बैठना बीमारियों को जन्म देता है.

बच्चों को खेल के मैदानों में खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. 18 वर्ष के युवाओं को डायबिटीज, ब्लड प्रेशर कोलेस्ट्रॉल आदि की नियमित जांच करानी चाहिए.

छाती में दर्द होना मामले को कभी भी हल्के में नही लेना चाहिए. यह हार्ट अटैक भी हो सकता है. उन्होंने कहा कई बार छाती में दर्द को लोग गैस की समस्या मान लेते है जबकि ऐसा होने पर इसके लक्षणों पर गौर किया जाना चाहिए.

गैस की शिकायत में ज्यादातर दर्द पेट मे और छाती में होती है. गैस के लिए उपलब्ध दवाई लेकर रोगी बेहतर फिल करने लगता है. ह्रदय रोग में केवल छाती में दर्द होती और रोगी को पसीना भी आने लगता है. गैस की शिकायत में ऐसा नही होता.