डीपीएस-चास को मिली 12वीं बोर्ड की मान्यता

बोकारो : डीपीएस-चास को 12वीं बोर्ड की मान्यता मिल गयी है. सत्र 2020-21 से डीपीएस-चास में 11वीं क्लास में नामांकन होगा. बेहतर संसाधन व आधारभूत संरचना एवं कम समय में शैक्षणिक उत्कृष्टता के कारण तीन साल के अत्य समय में ही स्कूल स्कॉलरशिप मिलेगा. ये बातें डीपीएस-चास की चीफ मेंटरडॉ. हेमलता एस मोहन ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत को 12वीं बोर्ड की मान्यता मिली है. 10वीं बोर्ड में बेहतर मार्क्स वाले स्टूडेंट्स को 11वीं एडमिशन में स्कॉलरशिप मिलेगा. ये बातें डीपीएस-चास की चीफ मेंटर डॉ. हेमलता एस मोहन ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.

डॉ. हेमलता ने कहा:किसी भी स्कूल को वहां के बच्चे विशिष्ट या खास बनाते हैं. इसके बाद की भूमिका उनके शिक्षक व विद्यालय के वातावरण की होती है. स्कूल के समानांतर घर के माहौल की भी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसमें अभिभावक एक सक्रिय भूमिका निभाते हैं. इसके अलावा बच्चों की पाठ्यपुस्तकें,कक्षा का माहौल, बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों का पढ़ाने के प्रति जज्बा व बच्चों से लगाव भी कम महत्वपूर्ण नहीं है.

डॉ. हेमलता ने कहा:अचानक से आणि वाली परिस्थिति का सामना शिक्षक किस तरह करते है यह एक बड़ा कौशल है, क्योंकि स्कूलों में बहुत सारी चीजें अचानक से आती हैं. इनके कारण बच्चों की पढ़ाई व उसकी निरंतरता पर कोई असर न पड़े,इसकी योजना एक अच्छे शिक्षक के पास होनी चाहिए. बच्चों को मिलने वाले निर्देश स्पष्ट होने चाहिए. खास बात है कि उनको उनके अनुकूल पढाया जाए, हर बच्चा विशिष्ट है क्योंकि उसके अंदर असीम संभावनाएँ हैं और उसके अंदर छिपी विशिष्टता बाहर आ पाए इसे ध्यान में रखकर ही बच्चों विशेषताएँ डीपीएस-चास अचानक से आने वाली परिस्थिति का सामना शिक्षक किस तरह से करते हैं? यह भी एक बड़ा जाना चाहिए. उनका सर्वागीण विकास ही इसकी भी उतनी आवश्यकता है. यह सभी विशेषताए
डीपीएस चास में है