कोरोनाकाल मे महिलाओं ने ढूंढ निकाला अवसर, बना रही फैंसी एवं डिजानर मास्क व राखियां

धनबाद. वैश्विक महामारी कोरोना दुनियाभर के लोगों के लिए मुसीबत बनकर आया, लेकिन कुछ लोगों ने इस आपदा को अवसर में बदल दिया है. इस कोरोना काल में मास्क की उपयोगिता को देखते हुए आज कई महिलाएं मास्क तैयार कर रोजगार कर रही है.

सरायढेला में स्थित फैशन हब की संचालिका काजल झा पिछले एक माह से फैंसी एव डिजाइनर मास्क तैयार कर रही है. एक माह में उन्होंने 500 से ज्यादा मास्क बनाकर उसकी बिक्री कर रोजगार के अवसर बनाये है. इस कार्य मे काजल के साथ शामिल अन्य महिलाओं में किरण, पूजा, अलका आदि को भी रोजगार करने का अवसर मिला.  

काजल झा ने बताया उनके यहाँ निर्मित प्रति मास्क 15 रु से 25 रु तक की है. दो लेयर का यह मास्क कोर्टन कपड़ा से तैयार किया जा रहा है. प्रिंटेड कपड़ा से तैयार की जा रहे मास्क को फैंसी लुक दिया गया है. रंग बिरंगे एवं डिजाइनर मास्क को लोग काफी पसंद कर रहे है.  

उन्होंने बताया मास्क बनाने में बच्चों की पसंद का भी खास ख्याल रखा गया है. टेडीबियर प्रिंटेड कपड़े से बना मास्क बच्चो की पहली पसंद बन रही है.  

उन्होंने बताया फैशन हब में तैयार किये जा रहे मास्क बाजारों में उपलब्ध मास्क की तुलना में अधिक चौड़ा है जो पूरे चेहरे को कवर करता है और यह वायरस से सुरक्षित रखता है.  

काजल झा ने बताया लोग इस मास्क को काफी पसंद कर रहे है और लगातार ऑर्डर भी मिल रहे है. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोग इस आपदा की घड़ी में महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे मास्क खरीदकर उन्हें प्रोत्साहित करने का काम करे.  

आज सैकड़ो महिलाएं आपदा को अवसर बना दिया है. नौकरियां जाने और बेरोजगारी बढ़ने की खबरों के बीच यह पहल रोजगार पैदा करने की कामयाबी बनी है.

सिल्वर सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं ने बनाई राखी

स्वंय सहायता समूह (सिल्वर सेल्फ हेल्प ग्रुप) की महिलाएं राखी बना रही है. राखी को फैंसी लुक देने के लिए इसमे स्टोन, जड़ी अन्य कई प्रकार के चीजो से इसे तैयार किया है. सेल्फ हेल्प ग्रुप की सचिव प्रीति सुमन ने बताया समूह में 15 महिलाएं है जो रोजगार के क्षेत्र में निरंतर उपयोगी वस्तुएं तैयार करती है. राखी पर्व को लेकर समूह की महिलाएं राखी बना रही है.