उद्घाटन : 1120 किमी0 सड़क की सफाई स्वीपिंग मशीन करेगी, मेयर ने कहा DMFT के पावर से बदलेगी जिले के सरकारी स्कूलों की सूरत, निजी स्कूलों की तरह होगी पठन पाठन की व्यवस्था

धनबाद. डीएमएफटी फंड एक पावर है और इस पावर के साथ जिले के सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प किया जाएगा. निजी विद्यालयों की तुलना में ही सरकारी विद्यालयों में भी बच्चो को पठन पाठन की सारी व्यवस्था मिलेगी. डीपीएस, डिनोबली, कार्मेल जैसे स्कूलों में दी जा रही गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा अब सरकारी विद्यालयों में भी मिलेगा. सरकार ने डीएमएफटी का जो पावर दिया है उसका सदुपयोग करते हुए धनबाद को एक बेहतर कल की ओर लेकर जाना ही एक मात्र उद्देश्य है. उक्त बांते मेयर चंद्र शेखर अग्रवाल ने रोड स्वीपिंग मशीन के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर कही.

ये थे उपस्थित : 

शनिवार को बैंक मोड़ स्थित नगर निगम के पुराने कार्यालय के सामने उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ. उद्घाटन समारोह में मंत्री अमर बावरी, सांसद पीएन सिंह, 20 सूत्री के जिला उपाध्यक्ष इंद्रजीत महतो, विधायक फूलचन्द मंडल, उपायुक्त अमित कुमार, नगर आयुक्त चंद्र मोहन कच्छप मौजूद हुए.

2. 75 करोड़ की स्वीपिंग मशीन : 

डीएमएफटी फंड से नगर निगम पांच रोड स्वीपिंग मशीन को उतारा है जिसकी कुल कीमत 2 करोड़ 75 लाख है. 75 लाख रु प्रति दर से तीन बड़े एवं 25 लाख रु प्रति दर से दो छोटे रोड स्वीपिंग मशीन की खरीद की गई है.

1120 किमी0 की सड़क की होगी सफाई : 

मेयर ने कहा कि निगम क्षेत्र में कुल सड़क की लंबाई 1120 किमी है. सड़को से डस्ट सोखने का काम अब यह रोड स्वीपिंग मशीन के माध्यम से की जाएगी. सड़क पर उड़ते छोटे छोटे धूलकण लोगो के शरीर मे जाकर बीमारी को जन्म देती है. यह मशीन उन धूलकणों को भी सोखने में सक्षम है.

कोयले की रॉयल्टी का 30 प्रतिशत जिला को मिल रहा : 

उन्होंने कहा धनबाद कोयला खनन क्षेत्र है. कोयले की रॉयल्टी का 30 प्रतिशत राशि धनबाद में ही खर्च की जा रही है. डीएमएफटी फंड के रूप में धनबाद को प्रतिवर्ष लगभग यह राशि 450 करोड़ रु के करीब मिल रही है. पहले यह राशि ग्रामीण क्षेत्र के विकास तक ही सिमिति थी. चूंकि खनन क्षेत्र का 7 प्रतिशत भूभाग शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आता है और सूबे के मुख्यमंत्री की पहल के बाद अब डीएमएफटी फंड शहरी क्षेत्र के विकास के लिए भी मिल रहा है.

आज धनबाद के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार से राशि लेने की जरूरत नही पड़ रही है. डीएमएफटी फंड से ही कई सारे विकास के कार्य हो रहे है. निगम में बिछाया गया स्ट्रीट लाइट का जाल डीएमएफटी से पूरा किया गया है. डीएमएफटी फंड की राशि का उपयोग एक एक घरों को पानी पहुचाने के लिए भी किया जा रहा है. नगर निगम धनबाद को विकास की तरफ ले जाने की ओर अग्रसर है. तीन से चार सालों पहले जहाँ धनबाद गन्दे शहर में सुमार था. आज इसकी सूरत बदल रही है. जनता के सहयोग से नगर निगम स्वच्छ धनबाद कि परिकल्पना कर रही है.