राष्ट्रीय सम्मेलन : माइनिंग के साथ - साथ पर्यावरण की सुरक्षा पर भी विशेष कार्य करने की जरूरत : राज्यपाल

धनबाद. केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) में खनन क्षेत्र में प्रगतियॉ (एआईएम-2020) विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पर्यवरण संरक्षण और विस्थापन मुद्दे पर विशेष रूप से प्रकाश डाला. कहा माइनिंग के क्षेत्र में एडवांस टेक्नोलॉजी को लेकर यह राष्ट्रीय सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होगी.

खनन मामले में आदिवासियो के समक्ष विस्थापन की भी समस्याएं आ रही है. उनके पुर्नवास की भी व्यवस्था हो इसके लिए माइनिंग के साथ साथ खनन कंपनियों को इसपर ध्यान देने की जरूरत है.

अपने कार्यकाल के 4 वर्षो में बहुत से विस्थापित अपनी समस्याएं मुझ तक रखी. सही मायने में विस्थापितों को पुर्नवास का लाभ नही मिल पाया है. इस सम्मेलन में इस अहम मुद्दे पर भी विचार किया जाना चाहिए.

माइनिंग के कारण पर्यावरण की सुरक्षा पर जो सवाल है. उसको ध्यान में रखकर इस सम्मेलन में एक रोड मेप भी तैयार किया जाना चाहिए ताकि माइनिंग और सतत विकास दोनो साथ - साथ चल सके.  

समारोह में उपस्थित हुए विशिष्ट अतिथि एलएस शेखावत निदेशक (ऑपरेशन) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने कहा पूरे विश्व का इकोनॉमी स्लो डाउन में जा रहा है. माइनिंग भी इससे अछूता नही है. इसके बावजूद यह लक्ष्य होना चाहिए कि माइनिंग करके इस स्लो डाउन इकोनॉमी में सुधार की जा सके.

आने वाला भविष्य अंडर ग्राउंड माइंस का ही है. इस क्षेत्र में नई तकनीक एजाज करना सिंफर का यह कदम प्रशंसनीय है. यह सेमिनार नई तकनीकी पर विशेष प्रकाश डालेगा.

उन्होंने आगे कहा हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड जिंक और लेड के अलावे चांदी का भी उत्पादन करती है. ज़िंक लिमिटेड प्रतिवर्ष 700 टन चांदी का उत्पादन कर रही है. आने वाले समय मे 1000 टन का उत्पादन करने का लक्ष्य है.  

उद्घाटन समारोह में भाग लेने से पूर्व राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने यहाँ एडवांस रॉक मशीन लेबोरेटरी एवं नव निर्मित अभिनंदन गेस्ट हाउस का उद्घाटन की.

40 संस्थाएं भाग ले रही : 

इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में सीआईएल एवं उसकी अनुषंगी कम्पनियां आईआईटी आइएसएम, आईआईटी खड़गपूर, आईआईटी बीएचयू, एनआईटी सूरतकल, जेएमस, रिलाइंस पावर प्रोजेक्ट, एल एंड टी कंस्ट्रक्शन, जेमको, मेकॉन, सेल, उड़ीसा माइनिंग कारपोरेशन, नाल्को वॉटर्स,, गेन्वेल आदि 40 कंपनियां भाग ले रही है.

राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य :

इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स धनबाद चैप्टर के सहयोग से सिंफर ने इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया है.   खनन के क्षेत्र में हुई नवीनतम प्रगतियों के बारे में जानने विचारों का विनिमय करने और खनन के मुख्य मुद्दों को सम्बोधित करने के लिए सभी हितकारकों को आपस मे बातचीत और विचार विमर्श करने हेतु एक प्रभावी मंच प्रदान करना कार्यक्रम का उद्देश्य है.

21 मुख्य बिंदुओं पर चर्चा : 

सम्मेलन में 21 प्रमुख विषय रखा गया है. जिसमे खान योजना डिजाइन और क्लोजर, उभरती खनन पद्धतियां, संख्यात्मक मॉडलिंग, का अनुप्रयोग, खनन उपकरण और खान यंत्रीकरण, अधिक गहराई में निक्षेपों का निष्कर्षण, शेल यांत्रिकी केविंग क्रियाविधि और भूधसान अधियांत्रिकी आदि शामिल है.

ये थे उपस्थित : 

राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा, वीसी, डीसी, एसएसपी, एसपी समेत वैज्ञानिक, इंडस्ट्रलिस्ट, इंजीनियर्स उपस्थित हुए.  

समापन समारोह में ये होंगे मुख्य अतिथि : 

उन्होंने बताया राष्ट्रीय सम्मेलन का समपन समरोह 15 फरवरी की शाम 4 बजे होगी. खान एवं भूविज्ञान विभाग, झारखण्ड सरकार के सचिव सह आयुक्त अबू बकर सिद्दिकी मुख्य अतिथि होंगे. उनके अलावे ईसीएल के सीएमडी प्रेम सागर मिश्रा भी रहेंगे.