बीमा कर्मचारी संघ की वार्षिक आम सभा में एफडीआई एवं आईपीओ का विरोध

धनबाद. बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग  मंडल, धनबाद  के 6 बेस इकाई शाखा 1,2,3,4 व एसएसएस सेल व गोविन्दपुर की वार्षिक  आमसभा  रविवार को धनबाद जोड़ाफाटक स्थित आईसीए हाल में संपन्न हुई.  

आम सभा  की अध्यक्षता  साथी अलगू प्रसाद  ने किया,  आज  की  वार्षिक  आम सभा  के  संयोजक  नीरज  कुमार  ने वार्षिक  प्रतिवेदन प्रस्तुत  किये. सभा  में  सर्वप्रथम  दिवंगत  आत्माओ की  शांति  के  लिए एक मिनट  का मौन धारण  किया गया.

सम्मेलन  में  बीमा कर्मचारी संघ, हजारीबाग  मंडल के  पदाधिकारियों  ने  हिस्सा  लिया,  सभा  सम्बोधित  करते हुए संगठनं के संयुक्त  सचिव  सुमित  कुमार  सिन्हा  ने  कहा वर्तमान  बजट में भारत  सरकार  द्वारा एल आई सी  का आईपीओ लाने  का प्रस्ताव   देश  हित  में  नहीं  है, सरकार  भारतीय  जीवन  बीमा निगम एवं  अन्य  सार्वजनिक   प्रतिष्ठानों  का निजीकरण करना चाह रहीं  हैं, इसके  लिए  फाइनेंस  बिल के  माध्यम  से  एल आई  सी  एक्ट  1956 में  संशोधन  कर एल आई सी  का आईपीओ लाना चाह रही है.

अखिल  भारतीय  बीमा  कर्मचारी संघ  इसका पुरजोर विरोध कर रहा  है. आज  की  सभा  में  संयुक्त सचिव  धर्म प्रकाश ने  कहा  कि  करोना काल में  भी  एलआईसी  ने 2019-2020  में  379000 करोड़   रुपये  का  कुल प्रीमियम  जमा कर  अपने  बढ़ोत्तरी  को बनाए  रखा.  

संगठन सचिव  जगदीश  मित्तल  ने  कहा कि एलआईसी  ने  वित्तीय  वर्ष  2019-20 में  2698 करोड़  रुपये  सरकार  लाभांश  के  रूप  में तथा  52000, करोड़  रुपये  बीमा धारकों  को  बोनस के  रूप में  दिया  है, संयुक्त  सचिव  नीरज  कुमार एवं  संयुक्त  सचिव  हेमन्त  मिश्रा ने  कहा   कि इस  बजट  में  प्रावधान  किया हैं  कि प्रत्यक्ष  विदेशी निवेश  की  सीमा 49 प्रतिशत  से 74 प्रतिशत   करने  का बजट अधिवेशन  में  वित्त  मंत्री  द्वारा प्रस्ताव  रखा गया  है,  अखिल  भारतीय बीमा कर्मचारी संघ इसका  पुरजोर विरोध कर रहा है.

सह सचिव  मदन  पाठक ने  कहा की  सरकार  कारपोरेट घरानों  के इशारे  पर  काम  कर  रही  है व करोना महामारी   की  आड़ में  पुरे देश  की  अर्थव्यवस्था  कॉरपोरेट  घरानों  के  हाथों  सौंपना चाहती  है, आगे संघ के सह सचिव ने कहा की एलआईसी ने सन 1956 में  5 करोड़ रुपए की पूंजी से बाजार में कदम रखा था, एलआईसी ने निरंतर प्रगति करते हुये वर्तमान में 32 लाख करोड़ रुपए की परिसंपति अर्जित किया है.

एलआईसी देश के आधारभूत संरचना  निर्माण में अपना अहम योगदान देते आ रही है. एलआईसी ने  सन 1956 से  अभी तक 29 हजार करोड़ रुपए सरकार को लाभांश के रूप में दे चुकी है. सभा की धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त सचिव  हेमंत मिश्रा ने किया.


कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सुमित कुमार सिन्हा, जगदीश मित्तल, मदन पाठक, धर्म प्रकाश, दिलीप झा, हेमंत मिश्रा, अलगू प्रसाद, नीरज कुमार, सुरेश कुमार, देवाशीष चौधरी, एसएम नसरुल्ला, बीरेंद्र बराट, अमरजीत राजवंशी, अमित कुमार, आदि ने सहयोग दिए.