काव्य मयूरी कविता संकलन का विमोचन

धनबाद : काव्य मयूरी काव्य-संकलन का लोकार्पण सरस्वती विद्या मंदिर, सिनीडीह के पुस्तकालय सभागार में विमोचन किया गया. इस साझा काव्य-संग्रह में झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत कई प्रदेशों के कुल पचपन कवियों की रचनाओं का संकलन किया गया है. शब्दांकुर प्रकाशन, नई दिल्ली से प्रकाशित इस पस्तक के प्रधान संपादक आईआईटी आइएसएम, धनबाद में कार्यरत वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश रविकर तथा प्रबंध संपादक राष्ट्रीय कवि संगम, झारखंड के प्रांतीय संगठन मंत्री व काव्य मंचों के जाने माने कवि अनंत महेन्द्र हैं.

स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर आयोजित इस लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा एवं संस्कृति उत्थान उत्थान न्यास के झारखंड प्रांत प्रमुख अमरकांत झा, डीएसपी बाघमारा नितिन खण्डेलवाल, सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य मदनमोहन मिश्र, डीएवी बरोरा के प्राचार्य सुनील कुमार सिन्हा, दानवीर भामाशाह ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक प्रसाद, लायंस क्लब बाघमारा सेंटेनियल के उपाध्यक्ष सुनील सिंह, लालचंद महतो मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य नीरज कुमार, प्रख्यात साहित्यकारा डॉ. ममता मंजरी आदि उपस्थित थे.

कार्यक्रम संयोजक अनंत महेन्द्र ने बताया कि सभी पुस्तक में शामिल सभी रचनाकारों को दानवीर भामाशाह ट्रस्ट की ओर से भामाशाह साहित्य सम्मान प्रदान किया गया. मंच संचालन प्रीति कर्ण, तुषार कश्यप, तरुण कुमार ने किया. कार्यक्रम में सभी कवियों ने काव्य-पाठ किया. जिसमें धनबाद के अलावा रामगढ़, राँची, हजारीबाग, जामताड़ा, देवघर आदि के कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मंत्रमुग्ध कर दिया. मुख्य आयोजक दानवीर भामाशाह ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक प्रसाद ने कहा कि यह कार्यक्रम कोयलांचल में साहित्य के विकास को एक नयी गति देने वाला है. कार्यक्रम को सफल बनाने में अनंत महेन्द्र, मदनमोहन मिश्र, महेश कुमार, करन कुमार, तरुण कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा.