गोमो स्टेशन पर बीमार यात्री की जिंदगी राम भरोसे,कॉल करने पर नही आते डॉक्टर

गोमो : धनबाद रेलमंडल अंतर्गत ए वन की श्रेणी में शुमार ऐतिहासिक स्टेशन नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो स्टेशन में गोमो से गुजरने और खुलने वाली ट्रेन में अगर किसी यात्री की तबियत खराब हो जाती है तो उस यात्री की जिंदगी राम भरोसे है.  

क्योकि गोमो के रेलवे डॉक्टर असीम कुमार स्वयं न आकर फार्मासिस्ट को भेज उस बीमार मरीज का इलाज कराते है.  

एक ओर जहां पूरा देश कोरोना वायरस को लेकर सजग है तथा पूरे स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है तो दूसरी ओर गोमो स्टेशन पर रेलवे के स्वास्थ्य विभाग के इस निकम्मेपन से लोग हतप्रभ है.

मामला शुक्रवार का है जब डाउन जम्मूतवी-सियालदह एक्सप्रेस में मुरादाबाद से कोलकाता जा रहे स्कैमुद्दीन नामक युवक की अचानक तबियत खराब हो गई.

जिसके बाद उस बीमार यात्री ने रेलवे कंट्रोल को अपनी बीमारी की जानकारी दी जिसके बाद सारा रेल महकमा सतर्क हो गया. रेलवे कंट्रोल द्वारा गोमो में उस बीमार मरीज का इलाज के लिए निर्देश दिया गया.

कंटोल की सूचना मिलते ही गोमो के सभी अधिकारी सतर्क हो गए और बीमार यात्री का इलाज करने के लिए डॉक्टर असीम कुमार को कॉल किया गया.

ट्रेन के लगभग साढ़े बारह बजे गोमो पहुंचने पर डॉक्टर स्वयं न आकर फार्मासिस्ट राजेश शर्मा को उपचार के लिए भेज दिया.

जहां फार्मासिस्ट राजेश शर्मा ने उस बीमार यात्री का इलाज किया और उसे दवा दी. जिसके बाद लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया. लोगो मे यह चर्चा है कि डॉक्टर साहब स्वयं न आकर उस फार्मासिस्ट को क्यो भेज दिए.

लोगों का कहना है कि कॉल होने पर डॉक्टर असीम कुमार शायद ही स्टेशन पर किसी मरीज यात्री का इलाज करने आते हैं.

विदित हो कि गुरुवार की शाम गोमो प्लेटफॉर्म पर बृजभान यादव की मौत हो जाने के बाद भी डॉक्टर असीम कुमार ने स्वयं न आकर किसी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मी को भेज दिया जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा.

Web Title : SICK PASSENGERS LIFE AT GOMOH STATION RAM TRUST, DOES NOT COME ON CALL DOCTOR

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