बड़े बकायेदारों के बारे में आम जनता को जानने का है अधिकार - उपायुक्त

धनबाद. सोमवार को समाहरणालय के सभागार में उपायुक्त उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में आंतरिक संसाधन (राजस्व संग्रहण) की बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान पिछली बैठक में लिए गए निर्णय तथा उससे संबंधित कार्रवाई की समीक्षा की गई.  

बिजली विभाग की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने पाया कि धनबाद, गोविंदपुर, झरिया एवं निरसा में 219 बकायेदारों के पास बिजली विभाग का करोड़ों रूपया बकाया है. धनबाद में 102 वैसे उपभोक्ता है जिनका विभाग के पास एक लाख से अधिक रुपए का बिल बकाया है.  

इसमें श्री एक सहाय एवं प्रियदर्शी अशोक का 15 लाख से अधिक रुपया बकाया है. अशर्फी हॉस्पिटल 10 लाख, रिलायंस जिओ इन्फोकॉम 9 लाख 33 हजार, डॉक्टर समीर हाजरा 7. 91 लाख, टाटा सर्विसेज 8 लाख 84 हजार, इनोवेटिव प्रॉपर्टीज 4 लाख 26 हजार सहित अन्य बकायेदारों का बिल लाखों रुपए में हैं.

इसी प्रकार झरिया में 38 बड़े बकायेदारों में ज्योति पॉलीमर 13. 72 लाख, विकास कुमार अगरवाला 3. 49 लाख, चंद्रावती देवी (इनका मामला न्यायालय में लंबित है) का 10 लाख 46 हजार से अधिक रुपया बकाया है.

गोविंदपुर में 60 बड़े बकायेदारों में पीडीकेजी कमर्शियल 9. 89 लाख, मुकिम अंसारी 7. 96 लाख, कृष्णा कोक प्राइवेट लिमिटेड 6. 39 लाख, आलम एंटरप्राइजेज 5. 89 लाख, जरार अंसारी 5. 21 लाख, टावर विजन इंडिया 4. 75 लाख, जगदंबा कोक 6. 46 लाख, इको ग्रीन इंडस्ट्रीज 9. 58 लाख, एसीएम फ्यूल्स का 10 लाख से अधिक रुपए का बकाया है.

निरसा में 19 बड़े बकायेदारों में मिथिलेश शर्मा 5. 18 लाख, भारद्वाज मिनरल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 4. 80 लाख, तहल कंसलटिंग इंजिनियर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 9. 57 लाख, गोकुल कुमार 5. 30 लाख सहित 19 बकायेदारों के लाखों रुपए बाकी है.

बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज एवं अन्य लोगों द्वारा बिजली विभाग का लाखों का बिल बकाया देखकर उपायुक्त ने कहा कि ऐसे उपभोक्ताओं के बारे में जनता को जानने का पूरा अधिकार है. उन्होंने कहा कि बड़े बकायेदारों ने जो भुगतान रोक कर रखा है वह आम लोगों का पैसा है. आमजन टैक्स देते हैं. जिनसे सभी प्रकार की सुविधाएं सभी के लिए प्रदान की जाती है. परंतु कुछ बकायदार समय से भुगतान नहीं करते हैं. जिसके कारण सभी को समस्या होती है. उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि आम जनता को भी जानने का हक है कि किन-किन लोगों के पास पैसा बकाया है.

कार्यपालक अभियंता विद्युत ने बताया कि कर संग्रहण की कार्रवाई की जा रही है. बड़े डिफॉल्टर इंस्टॉलमेंट में बकाया भुगतान कर रहे हैं. इसके लिए कैंप भी लगाया जा रहा है तथा बिजली विभाग के कर्मचारी भी बड़े बकायेदारों के घर जा कर वसूली की कार्यवाही कर रहे हैं.

बैठक में राज्य कर संयुक्त आयुक्त धनबाद प्रमंडल ने बताया कि टैक्स वसूली की कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने बड़े बकायेदारों की सूची उपायुक्त को समर्पित करते हुए बताया कि नियमानुसार टैक्स कलेक्शन के लिए कार्रवाई की जा रही है तथा मार्च माह में अपेक्षा के अनुरूप कर संग्रहण का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा.

बैठक में उत्पाद विभाग, कृषि बाजार समिति, जिला अवर निबंधक, कोआपरेटिव, वन प्रमंडल, मत्स्य विभाग, माप तौल विभाग, नगर निगम एवं नीलाम पत्र इत्यादि की समीक्षा की गयी.

बैठक में उपायुक्त श्री उमा शंकर सिंह, अपर समाहर्ता श्री श्याम नारायण राम, अनुमंडल पदाधिकारी श्री सुरेंद्र कुमार, उप समाहर्ता भूमि सुधार श्री सतीश चंद्रा, जिला खनन पदाधिकारी श्री अजीत कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.