कोरोना और कालाबाजारी पर महिलाओं का वार, पांडरपाला के सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में बन रहा कम दाम वाला टिकाऊ मास्क

धनबाद : धनबाद नगर निगम के द्वारा एनयूएलएम के तहत खोली गयी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की महिलाओं ने धनबाद में कोरोना वायरस के आने से पहले सुरक्षा कवच को पूरा करने का बीड़ा उठाया है और रात दिन की मेहनत से 10 महिलाओ का समूह रोजाना 1000 मास्क बनाकर बाजार से बेहद कम दाम में मुहैया करा रहा है.

हम बात कर रहे है धनबाद के पांडर पाला भारत चौक स्थित सामुदायिक केंद्र में चल रहे सिलाई केंद्र की. ये महिलायें काम करने के साथ सिलाई सीखती है. ट्रेनर फरहीन बताती है कि बाजार में होने वाली मास्क के कालाबाजारी को ध्यान में रखते हुए रॉ मटेरियल लाकर मास्क बनाना शुरू किया. फस्ट फेज में इन्होने निगम के कर्मियों के लिए मास्क बनाया, इसके बाद धनबाद के अस्पतालकर्मियो के लिए और रेलवे कर्मियों के लिए एक लेयर, दो लेयर और तीन लेयर वाले मास्क बना रही है. इन्होने बताया कि लगभग 8 से 15 रूपये में मास्क तैयार हो जाता है.

सहायक एनयूएलएम सोमश कुमार ने बताया कि यंहा का माल कालाबाजारी न हो इसके लिए सारा माल डायरेक्ट आम लोगो तक पंहुचाया जाता है या ऐसे संस्था या संगठन को दिया जाता है जो इसका लोगों के बीच मुफ्त वितरण करते है. उन्होंने बताया की अगर ऐसी पहल सभी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में की जाए तो आने वाले समय में हमारे धनबाद को मास्क की कमी नहीं होगी. केंद्र में मुस्कान प्रवीण, तब्बसुम जंहा, साहिन प्रवीण, रौनक प्रवीण आदि अपनी मेहनत से अहम् भूमिका अदा कर रही है.