घर में मौजूद ये 5 नेचुरल एंटीबायोटिक्‍स खाएंगी तो रहेंगी बीमारी से दूर

क्या आप उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्‍हें दवा पसंद नहीं हैं और नॉर्मल बीमारियों को ठीक करने के लिए नेचुरल तरीके आजमाती हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि आपको एंटीबायोटिक लेने के बाद पेट संबंधी समस्‍याएं होने लगती है, कुछ तरह की दवा से एलर्जी भी होने लगती है और इसलिए बहुत सी महिलाएं नेचुरल तरीकों से सहारा लेती हैं. ऐसे में आप नेचुरल एंटीबायोटिक दवाएं ले सकती हैं. जी हां कुछ हर्ब कई जड़ी-बूटियों में एंटी-बैक्‍टीरियल और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं जो कुछ बीमारियों को ठीक करने में हेल्‍प करते हैं. जैसे, क्रैनबेरी अर्क, जिसमें एंटी-बैक्‍टीरियल गुण मौजूद होते हैं, यूरिन ट्रैक्‍ट इंफेक्‍शन (यूटीआई) के लिए एक घरेलू उपचार है. अगर आप जानना चाहती हैं कि ये नेचुरल एंटी-बायोटिक्स कौन से हैं तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें. लेकिन आपको इस बात का ध्‍यान रखना होगा कि अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी हैं तो आप इन चीजों को इस्‍तेमाल करने से बचें.

लहसुन

हम में से बहुत सी महिलाएं, इस बात से अनजान है कि लहसुन सुपरफूड्स में से एक है क्योंकि इसमें हीलिंग गुण होते हैं. साथ ही लहसुन एंटीफंगल और एंटीवायरल से भरपूर होता है. इसके अलावा इसमें विटामिन, न्यूट्रिएंट्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया दूर करने में बहुत हेल्‍प करते हैं. जी हां लहसुन में दूसरी चीजों की तुलना में ई- कोलाई और टीबी को ठीक करने में आपकी मदद करता है. रोजाना आप 2 लहसुन की कली अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. आप चाहे तो इसे ऐसे ही खा लें या दाल मे तड़का लगाकर खाएं.

अदरक

लहसुन की तरह अदरक भी एक नेचुरल एंटीबायोटिक है. कई अध्ययनों से पता चलता है कि बैक्टीरिया से होने वाली हेल्‍थ प्रॉब्लम्स को नेचुरल एंटीबायोटिक अदरक ना सिर्फ ठीक करती है बल्कि बचाती भी है. पेट के लिए तो अदरक को रामबाण माना जाता है. अदरक की चाय पीने से बैक्टीरिया इंफेक्‍शन खत्म करने में बहुत हेल्‍प मिलती है. आप चाहे तो रोजाना इसका एक टुकड़ा खा सकती हैं या खाने में इसे शामिल कर सकती हैं.

शहद

शहद को सबसे अच्छा घरेलू एंटीबायोटिक माना जाता है क्‍योंकि इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्‍टीरियल तत्व मौजूद होते हैं. जी हां पुराने समय से, शहद का इस्‍तेमाल घाव और इंफेक्‍शन को ठीक करने दवा के रूप में किया जाता रहा है. शहद से कोई भी घाव, जलने, अल्सर और त्वचा के घावों का इलाज कर सकता है. इसके अलावा इसे खाने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. आप चाहे तो रोजाना दालचीनी में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर ले सकती है या रोजाना 1 चम्‍मच ऐसे ही खा सकती हैं.

नीम

नीम को भी नेचुरल एंटीबायोटिक माना जाता है. नीम से न केवल स्किन से जुड़ी समस्‍याओं जैसे पिंपल और एक्ने के बैक्टीरिया को दूर किया जा सकता है. बल्कि नीम से मुंह से जुड़ी कई समस्याओं जैसे कैविटी, मसूड़े की सूजन आदि को भी दूर किया जा सकता है. इसके अलावा नीम आपकी हेल्‍थ के लिए भी बहुत अच्‍छा होता है.

लौंग

दांतों में दर्द के इलाज के लिए ज्‍यादातर महिलाएं इसका इस्‍तेमाल करती हैं. लेकिन क्‍या आप जानती हैं कि लौग ई- कोलाई सहित बैक्टीरिया से लड़ने में हेल्‍प करता है.

इसके अलावा अजवायन एक प्रभावी नेचुरल एंटीबायोटिक है. कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि अजवायन प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करती है और कई बीमारियों को दूर रखती है. साथ ही दालचीनी, काली मिर्च, एप्पल साइडर सिरका आदि भी कुछ ऐसे हर्ब्‍स हैं जिनका इस्‍तेमाल नेचुरल एंटीबायोटिक दवाओं के रूप में किया जा सकता है.  

नोट: लेकिन इन हर्ब्‍स को बहुत अधिक मात्रा में लेने से बचें क्‍योंकि इससे आंतरिक ब्‍लीडिंग हो सकती है. और एंटीबायोटिक के रूप में इस्‍तेमाल करने से पहले एक बार अपने डॉक्‍टर से परामर्श करें.


Web Title : IF YOU EAT THESE 5 NATURAL ANTIBIOTICS AT HOME, YOU WILL BE AWAY FROM THE DISEASE

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