जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में एक सैन्य अधिकारी सहित चार जवान शहीद हो गए. रक्षा सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक पुलवामा में पिछले कई घटों से पिंगलीना इलाके में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ जारी थी, जिसमें सेना के एक मेजर समेत 4 जवान शहीद हो गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने रात में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में पिंगलान इलाके की घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया.
उन्होंने बताया कि सेना के तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. रक्षा सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ में एक अधिकारी सहित चार जवान शहीद हो गए. गोलीबारी में एक आम नागरिक की भी मौत हुई है, लेकिन अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है.
ऐसा भी बताया जा रहा है कि इस पुलवामा हमले में पुलवामा सीआरपीएफ हमले का मास्टरमाइंड आतंकी अब्दुल गाजी, जैश का कमांडर कामरान और उसका साथी आंतकी मोहम्मद इस्माइल भी मारा गया गया है. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
इस ऑपरेशन को सेना की 55 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की 182/183 बटालियन की ज्वाइंट टीम ने अंजाम दिया. ऑपरेशन अभी भी जारी है. जिस जगह आज ये मुठभेड़ हुई वह सीआरपीएफ हमले वाले स्थान से 10-13 किलोमीटर की दूरी पर है. पिंगलीना इलाके में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों द्वारा खुद को घिरा देख फायरिंग शुरू कर दी थी.
इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. काफी देर चली इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर, एक हेड कॉन्सटेबल और दो सिपाही शहीद हो गए. शहीद होने वाले जवानों में मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्सटेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह है.
बता दें 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे, ऐसे में इस घटना को एक सप्ताह भी नहीं बीता था कि आज फिर देश के 4 जवान शहीद हो गए. पुलिस ने सोमवार को बताया कि मुठभेड़ रविवार देर रात शुरू हुई जब सुरक्षा बलों, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों की यहां छिपे होने की खुफिया सूचना मिलने के बाद पिंगलेना गांव को घेर लिया.