नेपाल के वीजा पर भारत में घुसे चीनी सैलानी, सीमा बल जवानों ने पकड़ा

भारत-नेपाल की रूपईडीहा सरहद पर बुधवार को बिना वीजा के भारत में दाखिल होने पर रोके गये 6 चीनी नागरिक खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में निर्दोष साबित हुए हैं. उन सभी को कागजी औपचारिकताएं पूरी कर नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया है.

2 महिलाएं भी हैं शामिल

पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने शुक्रवार को बताया कि गत सात नवम्बर को दो महिलाओं सहित छह विदेशी नागरिक अपने नेपाली गाईड उधव के साथ भारत-नेपाल सीमा पार करते हुए आ रहे थे. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के गश्ती दल ने उन्हें सीमा चौकी से पहले रोका था.

सभी लोगों के पास है नेपाल का वीजा

उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वे सभी चीनी नागरिक हैं और उनके पास नेपाल का ही वीजा है. इस कारण इन सभी को बहराइच के रूपईडीहा थाने लाया गया. वे सभी लोग हिन्दी व अंग्रेजी भाषा नहीं जानते थे. द्विभाषिये के माध्यम से पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि वे सभी लोग नेपाल के भ्रमण पर आये थे और गत एक नवम्बर से नेपालगंज के एक होटल में रूके हुए थे.

भारतीय सीमा में घुसने पर सशस्त्र सीमा बल जवानों ने रोका

ग्रोवर ने बताया कि बुधवार शाम उनकी विमान के जरिये नेपालगंज से काठमाण्डू वापसी थी. बुधवार सुबह वे सभी चीनी नागरिक मन्दिर के दर्शन के बाद सीमा तक घूमने चले आये. इसी दौरान वे भारत की सीमा में प्रवेश कर गये, जिस पर इन्हें सशस्त्र सीमा बल के जवानों द्वारा रोका गया.

सभी से पूछताछ कर रही है खुफिया एजेंसी

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी चीनी नागरिकों को वन विभाग के अतिथि गृह में ठहराया गया. खुफिया एजेंसी स्थानीय अभिसूचना इकाई द्वारा उनसे पूछताछ की गयी और उनके दस्तावेजों की जांच पड़ताल की गयी. जांच में उनकी गतिविधियां संदिग्ध नहीं पायी जाने पर बृहस्पतिवार की शाम उन सभी चीनी नागरिकों तथा उनके नेपाली गाईड को वापस नेपाल पुलिस को सौंप दिया गया.

उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वे सभी चीनी नागरिक हैं और उनके पास नेपाल का ही वीजा है. इस कारण इन सभी को बहराइच के रूपईडीहा थाने लाया गया. वे सभी लोग हिन्दी व अंग्रेजी भाषा नहीं जानते थे. द्विभाषिये के माध्यम से पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि वे सभी लोग नेपाल के भ्रमण पर आये थे और गत एक नवम्बर से नेपालगंज के एक होटल में रूके हुए थे.


Web Title : CHINESE PRISONERS LODGED IN BORDER OF INDIA NEPALESE POLICE HANDOVER AFTER INVESTIGATION