देश में कोरोना की वजह से अभी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं. कई ऐसे भारतीय इसी वजह से दूसरे देशों में अब तक फंसे हुए हैं. लेकिन उनकी मुश्किल यह है कि उनका वीजा एक्सपायर हो रहा है. ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने वहां फंसे लोगों को राहत देते हुए 31 अगस्त तक की ग्रेस पीरियड यानी की छूट दी है. ब्रिटिश सरकार ने कोविड-19 की वजह से लगाए गए यात्रा प्रतिबंध को देखते हुए यह फैसला लिया है.
ब्रिटिश सरकार ने महामारी की वजह से फंसे लोगों की मुसीबतों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है. 29 जुलाई को कोरोना ट्रेवल एडवाइजरी जारी करते हुए ब्रिटेन गृह मंत्रालय के अधिकारी ने लिखा कि वैसे लोग जो अब भी अपने देश वापस नहीं जा सके हैं, उन्हें 31 अगस्त तक का ग्रेस पीरियड दिया जाता है.
इससे पहले ब्रिटिश सरकार ने यह ग्रेस पीरियड 31 जुलाई तक बढ़ाई थी. लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इसे एक और महीने के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया है. गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ´इस फैसले से 40,000 लोगों को फायदा मिलेगा. ये सभी वे लोग हैं जिनका वीजा 24 जनवरी से 31 जुलाई 2020 के बीच एक्सपायर हो गया था. लेकिन नियम में ढील दिए जाने की वजह से वो यहां आराम से रह सकेंगे. अब ग्लोबल यात्रा प्रतिबंध धीरे-धीरे हट रहा है. ऐसे में एक महीने का समय उनके आराम से वापस अपने देश लौटने के लिए बेहतर होगा. ´
एडवाइजरी में कहा गया है कि ब्रिटेन छोड़ने के लिए उन लोगों को समय दिया गया है जिनका वीजा 24 जनवरी से 31 जुलाई 2020 के बीच एक्सपायर हो गया था. जिससे कि वो एक महीने के ग्रेस पीरियड में सभी जरूरी इंतजाम कर सकें.
गृह मंत्रालय ने ब्रिटेन में फंसे लोगों के लिए आगे की घोषणा कर दी है. जिन्होंने अपना वीजा 31 अगस्त तक बढ़ाने के लिए सफलतापूर्वक अप्लाई कर दिया है. उन्हें दोबारा से अप्लाई करने की जरूरत नहीं है. उन्हें अपने आप ग्रीन एक्सटेंशन मिल जाएगा. अगर ये लोग 31 अगस्त तक लौटने की व्यवस्था करने में कामयाब रहते हैं तो उन्हें अलग से गृह मंत्रालय ऑफिस को सूचना देने की जरूरत नहीं है.
यानी कि जिन लोगों ने 31 अगस्त तक के लिए वीजा एक्सटेंशन पा लिया है और जिन्होंने एक्सटेंशन के लिए अप्लाई नहीं किया है दोनों को री-अप्लाई करने की जरूरत नहीं है.