जीएनआईओटी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज पीजीडीएम के छात्रों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम मेराकी का शुभारंभ

 ग्रेटर नोएडा नालेज  पार्क  स्थित जीएनआईओटी  इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (जीआईएमएस) में 25 सितंबर शुक्रवार को  पीजीडीएम के नए छात्र-छात्राओं के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम “मेराकी” का शुभारंभ किया गया.  

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना से किया गया. अपने स्वागत भाषड में संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार सिंह ने सभी अतिथियों तथा नए बच्चो का स्वागत करते हुये जीआईएमएस के शिक्षा व्यवस्था के साथ अपना भविष्य बनाने के लिए छात्रों को प्रेरित किया.

 कार्यक्रम में  बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति एवं नीड़ोनोमिस्ट् प्रोफेसर मदन मोहन गोयल, विशिष्ट अतिथि ओएनजीसी फ़ाउंडेशन के सीईओ  किरन डीएम जी तथा मुख्य वक्ता सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर एवं उद्यमी श्वि आर्या जी  शामिल हुए. इस दौरान विद्यार्थियों को संस्थान में चल रही शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक गतिविधियों की चर्चा की गई.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. एम. गोयल पूर्व कुलपति  तथा नीडोनॉमिस्ट ने  भारतीय युवाओं को जीवन की वास्तविकताओं को स्वीकार करने के लिए विवेक  के साथ सतर्क, जागरूक और जागृत होना चाहिए और आत्मज्ञान एवं सशक्तीकरण  के लिए सत्यम, शिवम, सुंदम और संयम  के 4S मॉडल को अपनाने का सुझाव दिया. प्रोफेसर गोयल ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखना  चुनौती है जिसके लिए राष्ट्रीय युवा नीति 2014 में अनिवार्य रूप से राजनीति को कैरियर के रूप में स्वीकार करने के लिए बुद्धिमान नैतिक युवाओं को प्रेरित करने  की जरूरत है.  

प्रोफेसर गोयल का मानना है कि हमें जीवन के सभी क्षेत्रों में उपभोक्ता, निर्माता, वितरक और व्यापारियों के रूप में सफलता और खुशी के लिए   सिर और हृदय की क्षमताओं को विकसित करने की, विश्वसनीयता और जवाबदेही के साथ नैतिकता के कौशल और ज्ञान के साथ आध्यात्मिकता की आवश्यकता  हैं. प्रोफेसर गोयल ने अपनी पुस्तक इकोनॉमिक्स ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट इन इंडिया के हवाले से बताया कि हमें स्ट्रीट स्मार्ट (सरल, नैतिक, एक्शन ओरिएंटेड, एग्रेसिव और ट्रांसपेरेंट) बनने की जरूरत है.

ओएनजीसी फ़ाउंडेशन के सीईओ और कार्यकरण के विशिष्ट अतिथि किरण डीएम ने नेतृत्व कौशल, मानव मूल्यों के साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर ज़ोर देने को कहा. कोरोना काल में विस्थापित हो रहे मजदूरों के साथ पूरे भारत की संवेदना का उदाहरण देते हुये मानव मूल्यों के साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा के कई उदाहरणों के साथ नए छात्रों से अपना स्वयं का अनुभव साझा किया.

कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि एवं  मुख्य वक्ता अवि आर्या ने अपने स्वयं की कहानी साझा करते हुए यह बताया की वह बचपन मे ठीक से बोल भी नहीं सकते थे और हकलाते थे और उनका मुख्य व्यापार बोलने का ही है. सोसल मीडिया पर उनके लाखों फोलोवेर्स हैं जिसे वो अपने अनुभव साझा करके सफलता का मार्ग कैसे प्रशस्त करें, सिखाते हैं.

कार्यक्रम के पहले दिन के अंत में हेड-पीजीपी प्रोफेसर मयंक पाण्डेय ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया. प्रोफेसर रुचि रायत ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस अवसर पर संस्थान के वरिष्ठ लोगों के साथ स्वदेश कुमार सिंह हैड ब्रांडिंग एवं प्रोमोसन, प्रोफेसर प्रदीप वर्मा आदि उपस्थित रहे.

Web Title : LAUNCH OF TWO DAY ORIENTATION PROGRAMME MERAKI FOR STUDENTS OF GNIOT INSTITUTE OF MANAGEMENT STUDIES PGDM

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