उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 17 जुलाई को जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी के बाद शुक्रवार (19 जुलाई) को पीड़ितों के परिवार से मिलने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जा रही थीं, जिन्हें पुलिस ने रोक दिया, उन्हें मिर्जापुर और वाराणसी की सीमा पर रोक दिया गया है. इससे नाराज प्रियंका गांधी समर्थकों के साथ नारायणपुर में धरने पर बैठ गईं. इस घटना के बाद सोनभद्र में अगले दो महने के लिए धारा 144 लगा दी गई है. अब सोनभद्र में प्रशासन की अनुमति के बिना वहां नहीं जा सकेगा.
सोनभद्र जाने से प्रियंका को रोका
काफिला रोके जाने पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वह बस सोनभद्र फायरिंग मामले में पीड़ितों के परिवारवालों से मिलना चाहती हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार प्रियंका गांधी ने खुद को हिरासत में लिए जाने की बात कही है. दूसरी ओर डीजीपी ओपी सिंह ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने की बात से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि प्रियंका को सिर्फ सोनभद्र जाने से रोका जा रहा है.
24 घंटे में सौंपी रिपोर्ट
सोनभद्र मामले पर कमिश्नर मिर्जापुर और एडीजी वाराणसी ने शासन को रिपोर्ट सीएम को सौंप दी है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए देर रात रिपोर्ट सौंपी. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह से सीएम योगी आज चर्चा करेंगे. रिपोर्ट पर चर्चा के लिए राजस्व परिषद के चेयरमैन प्रवीर कुमार को भी बुलाए जाने की सूचना है.
पुलिस-प्रशासन की भूमिका से सीएम नाराज
सोनभद्र मामले में पुलिस-प्रशासन की भूमिका से सीएम योगी नाराज चल रहे हैं. सीएम के कड़े तेवर के चलते शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई हो सकती है. ये माना जा रहा है कि इस मामले के बाद पुलिस-प्रशासन और राजस्वकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी. 10 लोगों की मौत का कारण बने जमीन विवाद के लिए जिम्मेदार राजस्वकर्मियों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है.
10 दिन में जांच करेगी टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सोनभद्र हत्याकांड की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. यह टीम 10 दिन में मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी.