दर्द का रिश्ता ऐसा, दोनो की साथ निकली अर्थी

सूरत : यहां डिंडोली इलाके में करुण और हृदय को कंपकंपा देने वाली घटना सोमवार को हुई. जिसमें दो मासूम खेलते-खेलते एक अनलॉक कार में बैठ गए. फिर उसका दरवाजा लॉक हो गया. दोनों कार में फंस गए. कार के भीतर तेज गर्मी के कारण दोनों की मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि उनकी सांस नली में भोजन के कण फंस गए थे, इसलिए दम घुटने से उनकी मौत हो गई.  

दोनों मांओं का दर्द एक जैसा है. दोनों ने ही दो दिन पहले अपने-अपने इकलौते चिराग को खोया है. एक व्यक्ति के कार अनलॉक न करने की गलती ने विराज और हेलीश की जान ले ली थी. दोनों मासूम रोज साथ खेलते थे. साथ साइकिल चलाते. दोस्ती ऐसी कि कई बार एक-दूसरे के घर चले जाते. साथ ही नहाते-खाते. पूरी सोसाइटी इनकी तारीफ करती. अब दोनों इस दुनिया में नहीं हैं. मकान संख्या 62 और 67 में रहने वाले दो परिवारों ने इकलौते चिराग खोए हैं, लेकिन 700 परिवारों वाली पूरी मानसी रेजिडेंसी सोमवार से मातम में डूबी है. यह शोक और सन्नाटा चार और पांच साल के दो अजीज दोस्तों विराज (लालू) और हेलीश केे अचानक दुनिया से चले जाने से पसरा है. सोमवार की दोपहर निकले तो थे नमकीन लाने, लेकिन अनलॉक छोड़ दी गई कार देखकर बैठने की इच्छा हो गई. लेकिन उन्हें और परिवार को क्या पता कि दो दिन से खुले में खड़ी कार और अनलॉक छोड़ने की लापरवाही ही उनकी मौत की वजह बन जाएगी

सोसाइटी से दोनों घरों की तरफ बढ़ते ही लोगों का कलेजा बैठने लगता है. एक के पिता बिना खाए-पिए घंटों से बेसुध पड़े हैं, तो दूसरे के पिता का भी ऐसा ही हाल है. दोनों बच्चों की माताएं आंसू बहा-बहाकर निढाल हो चुकी है. दोनों के माता-पिता का मन तो बार-बार यही कह रहा है कि दोनों बच्चे नमकीन लेकर आते ही होंगे, लेकिन फिर शून्य की ओर निहारने लग जाते हैं. शाम के समय कुर्सियों पर लोग बैठे तो नजर आए, लेकिन कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे. कुछ पड़ोसियों ने दोनों मासूम की दोस्ती यूं बयां की. चार-पांच मकान की दूरी दोनों बच्चों ने पाटकर रख दी थी. जब से छुट्‌टी हुई थी, दोनों एक साथ ज्यादा समय बिताते थे. डॉक्टर मुकेश पाराशर का कहना है कि शरीर में इतना पानी होता है कि 51 डिग्री पर तपती कार में भी चार-पांच साल के मासूम तीन घंटे तक जिंदा रह सकते हैं. यानी आखिरी समय में करीब तीन घंटे तक दोनों तड़पे होंगे
परिजनों समेत पड़ोसी बच्चों की हत्या की आशंका जता रहे हैं. पड़ोिसयों का आरोप है कि जिस गाड़ी में बच्चों का शव मिला, वह करीब चार बजे खड़ी की गई थी, जबकि बच्चे दोपहर 12 बजे घर से निकले थे. अगर बच्चे कार में बंद थे तो किसी की नजर तो पड़ती. जरूर कोई बच्चे को फिरौती के लिए ले गया था. मामला खुलने के डर से बच्चों की हत्या कर शव कार में रखकर फरार हो गया होगा. जली हुई त्वचा से उन पर एसिड डालने की आशका भी लोग व्यक्त कर रहे हैं

विराज और हेलीश की मौत का सही कारण जानने के लिए स्मीमेर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया. पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर इलियास शेख ने बताया कि दोनों बच्चों ने उल्टी की थी. उनकी श्वास नली में खाना अटका हुआ मिला. श्वास नली में खाना अटकने से सांसें रुक गईं, उसी वक्त घुटन और गर्मी भी काफी थी. प्राथमिक रिपोर्ट में मौत की वजह यही बताई जा रही है. सोसायटी के लोग थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने रिपार्ट लिखने से मना कर दिया था.


Web Title : THE RELATIONSHIP OF PAIN ARATHIED WITH THE TWO

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