हैदराबाद एनकाउंटर पर छिड़ी बहस, उत्तराखंड CM ने मानवाधिकार पर उठाए सवाल

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ रेप करने वाले चारों आरोपियों की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई है. रेप आरोपियों के इस तरह हुए एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जिन्होंने मानवाधिकार पर एक बहस छेड़ दी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस एनकाउंटर को सही ठहराया है और मानवाधिकार आयोग पर ही सवाल खड़े कर दिए.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पुलिस का कदम बिल्कुल सही है, मानवाधिकार के नाम पर कभी आतंकी, तो कभी देशद्रोही और ऐसे जघन्य अपराधी को बचाया जाता है. उन्होंने कहा कि क्या ये मानवाधिकार अपराधियों के प्रति ही जागता है? उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो एनकाउंटर किया है, उन्हें एक्ट के तहत इसका अधिकार है..

आजतक पर बहस के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता ताहिरा हसन ने कहा कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, ऐसे में यहां पर बंदूक से काम नहीं चलेगा. कानून को अपना काम करने दिया जाना चाहिए, अगर ऐसा होता रहा तो क्या आप कोर्ट को कम आंक रहे हैं.

दूसरी ओर रेप विक्टिम के लिए काम करने वालीं सामाजिक कार्यकर्ता योगिता ने हैदराबाद पुलिस के एक्शन का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि हम रोजाना इस तरह के रेप विक्टिम से मुलाकात करते हैं, आज जरूरत है कि इस तरह के फैसले लिए जाने चाहिए.

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह ने भी पुलिस एनकाउंटर का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि रेप के मामलों में सख्त से सख्त नज़ीर पेश करने की जरूरत है, रेप के आरोपी को 15 दिन के अंदर फांसी पर चढ़ा देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि इन लोगों को जमानत मिल जाती है, वकील मिल जाते हैं फिर ये वैसा ही काम करते हैं. बरखा सिंह ने कहा कि मानवाधिकार वाले जो बातें कर रहे हैं, उनसे पूछिए जिनकी बेटी चली गई उनपर क्या बीतता होगा.


Web Title : UTTARAKHAND CM RAISES QUESTIONS ON HUMAN RIGHTS OVER HYDERABAD NCOUNTER

Post Tags: