फेसबुक के यूजर सावधान रहें, चोरी हो सकता है आपका पर्सनल डेटा

नई दिल्ली : आपका फोन नंबर क्या है? आपके कितने दोस्त हैं? आपको क्या खाना पसंद और कहां जाना पसंद है? यहां तक कि आपकी पर्सनल ई-मेल आईडी और फोन नंबर भी फेसबुक के जरिए लीक हो चुका है. फेसबुक ने अपने यूजर्स का ये सारा डेटा 150 से ज्यादा कंपनियों को दिया है.  

यही नहीं इससे पहले कैंब्रिज एनालिटिका को निजी डेटा मुहैया कराने के लिए फेसबुक पर अमेरिकी अधिकारी ने केस कर दिया है. और एक बार फिर के 32 संगठनों ने फेसबुक के CEO मार्क जकरबर्ग और COO शेरिल सैंडबर्ग को फेसबुक बोर्ड से हटाने की मांग की है. अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने यूजर्स का डेटा बिना लोगों की अनुमति के कंपनियों को दिया.

डेटा शेयरिंग के नुकसान

दरअसल, जिस तेजी से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग का चलन बढ़ रहा है उस दौर में आपके नाम, फोन नंबर, ई-मेल आईडी आपके यूजर्स की तरह काम करते हैं. एक बार ये जानकारियां लीक हो गईं तो आपका कंट्रोल आपके ट्रांजैक्शन से हट जाएगा. भले ही आपको अभी नुकसान न हो लेकिन भविष्य में आपके लिए ये खतरनाक साबित होगा.  

इसके अलावा फिलहाल कंपनियां फेसबुक के डेटा से ये समझ जाती हैं कि आपको किस तरह के प्रोडक्ट पसंद हैं और फिर आपको उसी तरह के विज्ञापन देखने के लिए मिलते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी फेसबुक सेटिंग्स पर ध्यान दें और अपना डेटा शेयर होने से बचाएं.

डेटा शेयर पॉलिसी का उल्लंघन

हर किसी ऐप की डेटा शेयरिंग पॉलिसी होती है. फेसबुक की भी है और जब आप लॉगइन करते हैं तो सेटिंग्स में ये सारी जानकारी मिलती है. लेकिन फेसबुक डेटा शेयरिंग पॉलिसी का भी उल्लंघन कर रही है. 2004 में बनी फेसबुक डेटा शेयरिंग के लिए कंपनियों के साथ 2010 से समझौते कर रही है.  

बावजूद इसके डेटा लीक हुआ और फेसबुक ने मार्च 2019 में ब्रिटिश कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एनालिटिका को 8. 7 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक होने की बात मानी थी. कैंब्रिज एनालिटिका ने इन सूचनाओं का इस्तेमाल 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान किया था. ताजा मुकदमे में कहा गया है कि फेसबुक कम से कम ग्राहकों की पर्सनल डिटेल को लेकर सतर्क रहे.

किसके साथ शेयर हुआ डेटा

रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने नेटफ्लिक्स और स्पॉटिफाई को यूजर्स के निजी मैसेज पढ़ने की इजाजत दी. माइक्रोसॉफ्ट का सर्च इंजन बिंग बिना यूजर की अनुमति के उसके फ्रेंड्स के नाम देख सकता था. अमेजॉन को भी बिना यूजर्स को बताए कॉन्टेक्ट डिटेल्स दे दी गईं. इसके अलावा ऑनलाइन रिटेलर, एंटरटेनमेंट, ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ भी यूजर्स का डेटा शेयर किया गया. हालांकि इसके बावजूद भी फेसबुक ने दावा किया है कि यूजर्स की सहमति के बाद ही लोगों का डेटा दूसरी कंपनियों के साथ शेयर किया गया.  

फेसबुक के कितने यूजर्स

दुनियाभर में फेसबुक के करीब 227 करोड़ यूजर हैं. इनमें 10% यानी करीब 22 करोड़ भारत में हैं.  

Web Title : FACEBOOK GIVE ACCESS TO SEVERAL COMPANIES FOR READING USERS PRIVATE MESSAGES

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