नई दिल्ली: बीसीसीआई लोकपाल डीके जैन ने बताया कि टीम इंडिया के स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए दागी तेज गेंदबाज एस श्रीसंथ का प्रतिबंध अगले साल अगस्त में समाप्त हो जाएगा. श्रीसंथ पर कुल मिलाकर सात साल का प्रतिबंध लगा था, जिसमें से वह 6 साल पूरे कर चुके हैं. 36 साल के श्रीसंथ पर बीसीसीआई ने अगस्त 2013 में प्रतिबंध लगा दिया था. श्रीसंथ के साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के उनके साथी अजित चंडीला और अंकित चव्हाण पर भी प्रतिबंध लगाया गया था. मगर इस साल 15 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई अनुशासनात्मक समिति के निर्देश को दरकिनार कर दिया था. 7 अगस्त 2019 को एक निर्देश जारी किया गया, जिसमें जैन ने कहा, ´न्याय का अंत´ को सात साल निलंबन से भेंट करा दिया गया है और उन्हें अगले साल खेलने की इजाजत है. जैन ने इस निर्देश का कारण बताया कि श्रीसंथ की उम्र 35 पार हो चुकी है और तेज गेंदबाज के रूप में उनका करियर लगभग समाप्त हो चुका है. जैन ने अपने आदेश में कहा, ´मुझे लगता है कि श्रीसंथ को 13 अगस्त 2013 से किसी भी प्रकार के व्यवसायिक क्रिकेट, बीसीसीआई और उसके सहयोगियों की गतिविधियों में हिस्सा लेने से सात साल के लिए रोका गया. अनुशासनात्मक समिति द्वारा लागू किए बैन की भेंट न्याय के अंत से होगी. ´ इस साल अप्रैल मे जस्टिस अशोक भूषण और केएल जोसेफ की बेंच ने कहा था कि जैन को तीन महीने में श्रीसंथ की सजा पर दोबारा विचार करना होगा.