भूलकर भी सूर्य को अर्घ्य देते समय न करें ये 5 गलतियां

देशभर में छठ का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. आस्था का यह पर्व नहाय-खाय के साथ शुरू होता है. जिसके बाद खरना और फिर सूर्य को अर्घ्य देने के बाद यह व्रत समाप्त हो जाता है. इस व्रत में सूर्य देव की उपासना करने का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है. अगर आप भी इस छठ पर छठी मइया की कृपा पा लेना चाहते हैं तो भूलकर भी व्रत करते और सूर्य को अर्घ्य देते समय इन 5 गलतियों को करने की भूल न करें. आइए जानते हैं आखिर क्या हैं ये गलतियां.  

भूलकर भी छठ का व्रत करते समय न करें ये गलतियां-

-छठ पूजा के दौरान सूर्य को अर्घ्य देते समय भूलकर भी स्टील और लोहे से बने बर्तन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
-
सूर्य को अर्घ्य देने के लिए कोशिश करें कि बांस से बने बर्तन का इस्तेमाल किया जाए.
-
छठ पूजा के लिए फल चुनते समय खराब फल थाल में न रखें. ध्यान रखें पूजा में रखें जाने वाले फल ताजे होने चाहिए.
-
छठ की पूजा के थाल का कपड़ा गंदा नहीं होना चाहिए. थाल के लिए कपड़ा चुनते समय ध्यान रखें कि वो साफ और पीले रंग का हो.  
-
छठ पूजा के दौरान सूर्य को अर्घ्य देते समय अपने मन में किसी के लिए बुरे विचार न लेकर आएं. ऐसा करने से छठी मइया की कृपा से आप वंचित रह जाएंगे.  

सूर्य को किस समय अर्घ्य देने का होता है क्या मतलब-
ज्योतिषियों की मानें तो सुबह सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है. वहीं दोपहर को सूर्य को अर्घ्य देने से समाज में पद, मान-सम्मान बढ़ता है. ढलते सूर्य को शाम को  अर्घ्य देने से जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती है.

Web Title : DONT MAKE THESE 5 MISTAKES WHILE GIVING YOURSELF TO THE SUN

Post Tags: