बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने दिया विवादित बयान, किसान आंदोलन को बताया दलालों का आंदोलन है.

दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को लेकर बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने विवादित बयान दिया है. सिंह ने रविवार को वैशाली के सोनपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसानों के आंदोलन को दलालों का आंदोलन बता दिया. उन्होंने कहा कि देश में 5. 5 लाख गांव है, मगर किसी भी गांव में कहीं कोई किसान आंदोलन नहीं चल रहा है.

दरअसल, केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ़ दिल्ली बॉर्डर पर 3 हफ्तों से ज्यादा समय से किसानों का आंदोलन जारी है. इसी को लेकर बिहार की एनडीए सरकार में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, ´दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर जो आंदोलन चल रहा है, वह किसान आंदोलन नहीं बल्कि दलालों का आंदोलन है. ´

मंत्री अमरेंद्र ने आगे कहा कि, क्या किसान केवल दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर ही हैं? इस देश में 5. 5 लाख गांव है. किस गांव का किसान आंदोलन कर रहा है? बिहार के किसान आंदोलन कर रहे हैं क्या? 5. 5 लाख गांव में किसानों को कोई मतलब नहीं है और वे सभी कहते हैं कि कृषि कानून उनके हक में है. दिल्ली में मुट्ठी भर दलाल लोग किसान बनकर आंदोलन कर रहे हैं और मीडिया उसका नोटिस ले रही है. अगर वाकई में किसानों का आंदोलन होता तो पूरे भारत में आग लगी होती.  

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 25वें दिन भी जारी है. प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं. इस बीच एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भी ऐलान किया है कि किसान आंदोलन के समर्थन में 26 दिसंबर को उनकी पार्टी दो लाख किसानों को लेकर राजस्थान से दिल्ली मार्च करेगी.  

 

Web Title : BIHAR AGRICULTURE MINISTER AMENDRA PRATAP SINGHS CONTROVERSIAL STATEMENT, TELLS FARMERS MOVEMENT IS A MOVEMENT OF TOUTS.

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