पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से बिहार में जल जीवन हरियाली अभियान की औपचारिक शुरुआत करने वाले हैं. बेतिया से शुरू हो रहे इस अभियान की जहां सत्ता पक्ष तारीफ कर रहा है वहीं आरजेडी ने नीतीश कुमार को आइना दिखाने की कोशिश की है. आरजेडी ने कहा कि,सुधारवादी अभियान से ज्यादा अहम है रोजमर्रा के मसलों का समाधान करना.
पर्यावरण को ध्यान में रख के आज से बड़े स्तर पर जल जीवन हरियाली अभियान का आगाज होने जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेतिया से इसकी शुरुआत करेंगे. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू इस अभियान की तारीफ कर रहा है.
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि, ´बिहार में पहले 15 फीसदी जमीन पर हरियाली, पेड़-पौधे हैं लेकिन अब इसे अगले कुछ सालों में 17 फीसदी तक करने की तैयारी है. इसलिए जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत हो रही है. इसमें कुछ अनुचित नहीं है और हर किसी को तारीफ करनी चाहिए. बीजेपी के प्रवक्ता नवलकिशोर यादव ने कहा कि गर्मी के दिनों में लोग बारिश के लिए शोर मचाते हैं. बारिश कहां से होगी जब पेड़ ही नहीं होंगे इसलिए ये एक अच्छी शुरुआत कही जा सकती है.
कुछ सालों तक बिहार में 7 फीसदी तक हरियाली थी लगातार कोशिश का नतीजा है कि अब हरियाली का आवरण 15 फीसदी हो गया है. हमारा लक्ष्य बिहार में हरियाली का प्रतिशत 17 फीसदी तक बढ़ाने का है.
हालांकि आरजेडी को इसमें भी राजनीति नजर आ रही है. पार्टी के वरिष्ठ विधायक और आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि नीतीश कुमार को बेवकूफ बनाया जा रहा है. कुछ अधिकारी उनके दिमाग में आधारहीन बातें डाल देते हैं और फिर उस पर काम शुरू हो जाता है. भाई वीरेंद्र के मुताबिक बिहार को रोजगार और व्यवसाय की जरूरत है. इस अभियान को शुरू किया जा रहा है लेकिन अगर इन पैसों को रोजगार में लगा दिया जाए तो बिहार का भविष्य बेहतर होगा. जल जीवन हरियाली के लिए सरकार ने 1688 करोड़ का बजट आवंटित किया है.
इतना भारी भरकम बजट जल जीवन हरियाली के लिए रखा गया है. इससे किसका भला होगा. अगर इन पैसों को रोजगार, व्यवसाय, शिक्षा में लगाया जाए तो बिहार का भविष्य बदलने लगता.
कल से शुरू होने वाले इस अभियान की सफलता पर विपक्ष सवाल खड़े कर सकता है ये उसका अधिकार भी है. लेकिन बेहतर होगा अगर इस अभियान को ईमानदारी से लागू किया जाए तो बिहार में हरियाली का प्रतिशत भी बढ़ेगा और यहां कि हवा भी सांस लेने के लायक होगी.