रांची: कोरोना वायरस को लेकर बिहार के शहरी इलाकों और पूरे झारखंड में सोमवार सुबह से 31 मार्च तक ´लॉक डाउन´ लगा देने के बाद सुबह लोग जरूरत के सामान लेने निकले, जिससे दुकानों और सब्जी बाजारों में भीड़ देखने को मिली. ´लॉकडाउन´ में आपातकालीन सेवाओं को मुक्त रखा गया है. बिहार में लॉकडाउन का मिला-जुला असर देखा जा रहा है. राजधानी पटना के मीठापुर बसस्टैंड पर लोगों की भीड़ जमा है, जो अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए बसों के इंतजार में भटक रहे हैं.
दूसरे राज्यों के लोग भी जो बिहार पहुंचे हैं, वे बस स्टैंड पर बसों की तलाश में लगे है. इस बीच, प्रशासन द्वारा वाहन पर ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है. किशनगंज, नवादा जिले में लकडाउन का सुबह कोई खास असर नहीं दिख रहा. आम दिनों की तरह सड़कों पर निजी वाहनों का परिचालन देखने को मिला. सब्जी बाजार व मछली बाजार में भीड़ देखी जा रही है.
सीतामढ़ी में हालांकि सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिसकर्मी घूम-घूम कर दुकाने बंद कराने के लिए कह रही है. टेंपो और दूसरी गाड़ियों को चलने से रोक रही है. इधर, झारखंड में भी ´लॉकडाउन´ के पहले दिन घरों से बेवजह निकलते दिखे. लातेहार जिला में लॉकडाउन की घोषणा के बावजूद भी शहर में बाजार, दूकान खुले हैं.
गढ़वा में लॉकडाउन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने लोगों से कोरोना नियंत्रण के लिए सहयोग की अपील कर रहे हैं और राहगीरों को आनावश्यक घर से नहीं निकलने की अपील कर रहे हैं. रांची में भी लोग सुबह घरों से बाहर निकले दिखे. यहां भी रोजमर्रा के सामानों की लोग खरीद कर रहे हैं. सब्जी के दुकानों में भी लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है.
उल्लेखनीय बिहार में 31 मार्च तक लकडाउन की स्थिति के दौरान निजी प्रतिष्ठान, निजी कंपनियों के कार्यालय, सार्वजनिक परिवहन सेवा पूर्णता बंद रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा सभी जिला मुख्यालय, अनुमंडल और प्रखंड कार्यालय नगर निकायों पर भी ये आदेश लागू रहेगा. इस दौरान जरूरत की सेवाएं बाधित नहीं होंगी. झारखंड में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. यहां भी आवश्यक सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है.