बिना टेंडर के आवंटित हो गया 40 लाख का काम, मामले पर जांच जारी

गोरखपुर : घोटालों से घिरे स्वास्थ्य विभाग में अब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. जिम्मेदारों ने बिना टेंडर के ही 40 लाख से अधिक का काम अपने चहेते को दे दिया. मामले की शिकायत पहुंचते ही डीएम ने जांच का आदेश देते हुए सीडीओ को जिम्मेदारी सौंप दी है.  

स्वास्थ्य विभाग में सर्जिकल सामानों की खरीद में करोड़ों के घोटाले की जांच अभी चल ही रही थी कि अब एक नया मामला सामने आ गया है.  

सीएमओ ने रूबेला अभियान में नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण के लिए बनने वाले कार्ड की छपाई का 40 लाख से अधिक का काम बिना टेंडर के ही अपने चहेते केंद्रीय पंचायत उद्योग सरोजनी नगर लखनऊ को दे दिया जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि 10 लाख या उससे अधिक का काम बिना टेंडर के नहीं दिया जा सकता.  

शासनादेश को दरकिनार कर सीएमओ ने 40 लाख से अधिक का काम केंद्रीय पंचायत उद्योग सरोजनी नगर लखनऊ को दे दिया जबकि सिद्धार्थनगर में ही केंद्रीय पंचायत उद्योग सिद्धार्थनगर और बढ़नी मौजूद हैं. बावजूद इसके काम लखनऊ के पंचायत उद्योग को दे दिया गया. मामले की जानकारी सांसद जगदम्बिका पाल तक पहुंची तो उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ को जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है. मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है.  

Web Title : 40 LAKHS WORK ALLOTTED WITHOUT TENDER