कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए आज कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन का फॉर्मूला तय हो गया है. सूत्रों के मुताबिक लेफ्ट पार्टियां 165 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. वहीं, कांग्रेस को 92 सीटें दी गई हैं. बड़ी बात यह है कि फुरफुरा शरीफ़ दरगाह के पीरज़ादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) को 37 सीटें मिली हैं.
आठ मार्च को जारी हो सकती है उम्मीदवारों की लिस्ट
गौरतलब है कि आईएसएफ को पहले 30 सीटें दी गई थीं, लेकिन इसके लिए वो राज़ी नहीं हुए थे. इसके बाद सात सीटें और बढ़ाई गई हैं. सीट का फ़ॉर्मूला तय होने के बाद आठ मार्च को पहले दो चरणों के चुनाव के लिए 60 उम्मीदवारों की लिस्ट आ सकती है.
बंगाल में किस चरण में कितनी सीटों पर चुनाव?
पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे. वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. नतीजों की घोषणा दो मई को होगी.
बंगाल की वर्तमान स्थिति
बंगाल में वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में ममता की टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें, कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी. यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए.