पश्चिम बंगाल : भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने कोलकाता के लेक टाउन इलाके में शुक्रवार को ‘चा चक्रा’ कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर धक्का-मुक्की की. भाजपा के एक नेता ने दावा किया कि घोष पार्टी समर्थकों के साथ इलाके में स्थानीय लोगों से ‘चाय पर चर्चा’ करने गए थे कि तभी तृणमूल कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे तथा घोष से तुरंत इलाका छोड़ने को कहा. इस दौरान दोनों पक्षों में हुई झड़प में दो भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए. घोष के साथ भी धक्का-मुक्की की गई. घोष ने कहा, ‘‘घटना तृणमूल कांग्रेस की संस्कृति दिखाती है. मैं यहां लोगों से केवल अनौपचारिक संवाद करने आया था और तृणमूल की प्रतिक्रिया देखिए. हमारे कुछ कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा गया. ’’ इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि लेक टाउन में भाजपा इलाके की शांति भंग करना चाहती है जहां घोष और भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध हुआ था. गौरतलब कि तृणमूल कांग्रेस के जनसंपर्क अभियान ‘दीदी के बोलो’ (दीदी से कहो) के जवाब में भाजपा ने ‘चा चक्रा’ (चाय पर चर्चा) अभियान शुरू किया है. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के जनसंपर्क अभियान ‘दीदी के बोलो’ को उसके पहले ही महीने में जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है और 10 लाख से अधिक लोगों ने पार्टी नेतृत्व से संपर्क किया एवं अपनी शिकायतें दर्ज करायीं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस ‘जबर्दस्त प्रतिक्रिया’ को लेकर राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया है. तृणमूल नेतृत्व की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि, ‘‘पिछले एक महीने में राज्यभर से 10,00,350 लोगों ने ‘दीदी के बोलो’ मंच के माध्यम से दीदी और उनके कार्यालय से संपर्क किया और इस पहले की प्रशंसा की, सरकार एवं पार्टी के लिए सुझाव दिये तथा शिकायतें दर्ज करायीं. लोग चाहते हैं कि सरकार या पार्टी उनका समाधान करे. ’’ बनर्जी को बंगाल के लोग दीदी कहकर संबोधित करते हैं. तृणमूल सुप्रीमो ने ट्वीट किया था, ‘‘ दीदी के बोलो मंच के माध्यम से लोगों की इस जबर्दस्त प्रतिक्रिया को लेकर मैं भावविभोर हो गयी हूं. पिछले 30 दिनों में 10 लाख से अधिक लोगों ने हमसे संपर्क किया, हमारी बड़ाई की, सुझाव दिये और शिकायतें भी कीं. ’’ चुनाव रणनीतिककार प्रशांत किशोर की अगुवाई में इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमिटी 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की चुनाव रणनीति तैयार कर रही है.