झारखंड का राज्य चिन्ह 8 साल बाद बदला, जिलों से रिपोर्ट लेकर सीएम करेंगे लॉक डाउन पर निर्णय

रांची. 8 साल बाद झारखंड के राज्य चिन्ह को बदलने का  कैबिनेट ने बुधवार को मंजूरी दी. नए राज्य चिन्ह को 15 अगस्त 2020 से झारखंड में लागू हो जाएगा. वर्तमान में प्रभावी राज्य चिन्ह को तत्कालीन भाजपा सरकार ने 26 फरवरी 2002 को अधिसूचित किया था. वर्तमान में प्रभावी राज्य वर्गाकार चिन्ह के तुलना नया राज्य चिन्ह गोलाकार है जो राज्य की प्रगति का प्रतीक माना गया है. वृताकार खंड में प्रत्युक्त हरा रंग झारखंड की हरी भरी धरती एवं वन संपदा को प्रतिबिंबित करता है.

इसमें दर्शाए गए हाथी राज्य के ऐश्वर्य का प्रतीक होने के साथ-साथ राज्य के प्रचूर प्राकृतिक संसाधनों एवं समृद्धि साथ ही  प्रत्युक्त किया गया पलाश का फूल राज्य के अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है. वृताकार खंडों के बीच सुशोभित सौरा चित्रकारी राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करता है.

चक्र के मध्य में प्रयुक्त अशोक स्तंभ राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह होने के साथ ही उपबंधित शक्तियों के अंतर्गत राज्य के संप्रभु शक्ति का द्योतक है और देश के विकास में झारखंड की भागीदारी को प्रदर्शित करता है.  

वंही बुधवार को कैबिनेट की बैठक में राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से  लंबा विमर्श किया. उसमें लॉकडाउन में और सख्ती बरतने पर आम तौर पर सहमति बनी. लेकिन अंतिम निर्णय के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया. सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री जिलों से संक्रमण को लेकर रिपोर्ट लेने के बाद आगे निर्णय लेंगे.

Web Title : JHARKHANDS STATE MARK CHANGED AFTER 8 YEARS, CM TO TAKE REPORT FROM DISTRICTS AND DECIDE ON LOCK DOWN

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